भिलाई

BSP के लोहे से बना INS विशाखापट्टनम भारतीय नौ सेना के बेड़े में शामिल, हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में बढ़ेगी भारत की ताकत

INS Visakhapatnam की लंबाई 163 मीटर और वजन 7400 टन है। इसमें सतह से सतह पर मार करने वाली एमआरसैम मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल जैसे अत्याधुनिक हथियार हैं।

भिलाईNov 23, 2021 / 11:02 am

Dakshi Sahu

BSP के लोहे से बना INS विशाखापट्टनम भारतीय नौ सेना के बेड़े में शामिल, हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में बढ़ेगी भारत की ताकत

भिलाई. भारतीय नौसेना के बेड़े में रविवार को शामिल किए गए स्वदेश में विकसित मिसाइल विध्वंसक आधुनिक निगरानी रडार के साथ अत्याधुनिक हथियारों एवं सेंसरों से लैस आईएनएस विशाखापट्टनम (INS Visakhapatnam) के लिए विशेष वारशिप ग्रेड के इस्पात डीएमआर-249 ए की आपूर्ति भिलाई स्टील प्लांट से हुई है। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) अब तक 30,000 टन से अधिक विशेष ग्रेड की प्लेटों की सप्लाई नौसेना को कर चुका है। आईआरएस प्रमाणीकरण के बाद से ही भिलाई स्टील प्लांट नौसेना की शिपयार्ड में बनने वाले युद्ध पोतों के लिए विशेष ग्रेड डीएमआर 249 ग्रेड के प्लेटों की सप्लाई करता आ रहा है। इससे पहले इन प्लेटो की सप्लाई रूस से की जाती थी। मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत अब भारत में ही इसका निर्माण संभव हो सका है।
भिलाई का लोहा लगा
पहले भारत के सुरक्षा बेड़े में सबसे बड़े युद्धपोत और एयरक्राफ्ट कैरियर के रूप में आईएनएस विक्रांत के लिए यहां से प्लेट भेजा था। इसके बाद 90 फीसदी स्वदेशी तकनीक से निर्मित युद्धपोत आईएनएस कावरत्ती में भी भिलाई का लोहा लगा। बीएसपी के प्लेट मिल से निर्मित 4700 टन डीएमआर प्लेटों का उपयोग इस जंगी जहाज के लिए किया गया। कोरोना काल में भी बीएसपी ने 700 टन से अधिक स्पेशल प्लेट्स की सप्लाई नौसेना को की।
बीएसपी के डीएमआर प्लेट्स की खासियत
डीएमआर ग्रेड हाई स्ट्रेंथ प्लेट है जो शून्य से बहुत नीचे तापमान को झेल सकता है। नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत में बीएसपी निर्मित प्लेट का भारी मात्रा में इस्तेमाल किया है। बीएसपी द्वारा सप्लाई की गई डीएमआर ग्रेड हाई स्ट्रेंथ प्लेट जहाजों के निचले हिस्से में लगा होता है।
पनडुब्बियां रिपेयर करने वाले वेसल में भी बीएसपी का प्लेट
वर्ष 2018-19 में इंडियन रजिस्ट्रार ऑफ शिपिंग द्वारा प्रमाणित आईआरएस ग्रेड प्लेट्स गार्डन रीच शिपिंग, कोलकाता को बीएसपी सप्लाई कर चुका है। जिसे नौसेना के डाइविंग सपोर्ट वेसल के निर्माण में उपयोग किया। डाइविंग सपोर्ट वेसल को पनडुब्बियों के रख रखाव के लिए उपयोग करते हैं।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की ताकत बढ़ेगी
समंदर की शान आईएनएस विशाखापट्टनम के नौसेना बेड़े में शामिल किए जाने से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की ताकत बढ़ेगी। इसकी लंबाई 163 मीटर और वजन 7400 टन है। इसमें सतह से सतह पर मार करने वाली एमआरसैम मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल जैसे अत्याधुनिक हथियार हैं। यह 75 फीसदी स्वदेशी हथियार से लैस है। इसकी स्पीड 30 नॉटिकल माइल्स की है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.