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बोकारो के बाद बीएसपी ने टाउनशिप के आवासों को कब्जे से मुक्त कराने छेड़ा अभियान

locationभिलाईPublished: Nov 20, 2019 04:12:33 pm

Submitted by:

Abdul Salam

सेक्टर-10 की कुछ सड़कों को छोड़ा.

बोकारो के बाद बीएसपी ने टाउनशिप के आवासों को कब्जे से मुक्त कराने छेड़ा अभियान

बोकारो के बाद बीएसपी ने टाउनशिप के आवासों को कब्जे से मुक्त कराने छेड़ा अभियान

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग ने टाउनशिप में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले दो साल की तुलना में इस वित्त वर्ष में कार्रवाई के आकड़े बेहतर हैं। वहीं कुछ लोग अब भी बीएसपी की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाते जा रहे हैं। वहां विभाग की नजर नहीं पड़ी है।
पहले पहल किया बोकारो ने
केंद्रीय इस्पात मंत्री ने टाउनशिप के आवासों को कब्जे से मुक्त करने व पूर्व कर्मचारियों को आवास किराए पर देने की बात कही। इसके बाद सबसे पहले बोकारो स्टील प्लांट ने वहां के 3,200 आवासों को कब्जा से मुक्त कराने अभियान छेड़।
अब बीएसपी की बारी
अब भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप में हजारों आवासों को कब्जे से मुक्त कराने पहल की है। इसको लेकर अब तक जितनी शिकायत मिली थी, उस पर एक्शन लिया जा रहा है। मंगलवार को भी बीएसपी के तोडफ़ोड़ विभाग की टीम सेक्टर-6 पहुंची। यहां दरवाजों को तोड़कर कब्जा से मुक्त किया। अनफिट आवासों पर लोग कब्जा कर रह रहे हैं।
5,000 आवास कब्जे में
बीएसपी के करीब 5,000 आवासों पर अतिक्रमण कर लोग रह रहे हैं। इसके बदले वे न तो बिजली बिल दे रहे हैं और न किराया। इसके साथ-साथ पानी मुफ्त में ले रहे हैं। बीएसपी के अधिकारियों के सक्रीय होने से श्रमिक नेता भी खुश हैं।
सुरक्षा के लिहाज से भी कार्रवाई है जरूरी
बीएसपी की सुरक्षा के लिहाज से अनजान लोगों का संयंत्र के आवासों में आकर बसना खतरे की घंटी है। पुलिस विभाग ने बीएसपी आवासों पर किराए व कब्जा कर रहने वालों से पहचान पत्र मांगा था। यहां रहने वाले किसी भी किराए वाले ने अपना पहचान पत्र जमा नहीं किए हैं। असल में वे कब्जा कर रह रहे हैं। जिसको रकम दी जा रही है, वह उनको बदले में किसी तरह का किरायानामा नहीं दे सकता। तब मजबूरी है कि चुपचाप कब्जे वाले आवास में जमे रहो।
नेता भी नहीं चाहते कब्जा बना रहे
नगर सेवाएं विभाग में बैठे अधिकारी पहले नेताओं के नाम पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने से कोताही बरत रहे थे। अब नेता खुद अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने बोल रहे हैं। इस मामले में पार्षद राजेश चौधरी ने नगर सेवाएं विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई करने मांग की।
इस तरह करना है कार्रवाई
बीएसपी अनफिट आवासों से कब्जेधारियों को आसानी से खाली करवा सकता है। इसके लिए बीएसपी का नियम है कि आवासों से बिजली व पानी कनेक्शन काटा जाए। दरवाजे भी निकाल लें, फिर आवासों को ढहा दिया जाए। विभाग आवास खाली होते ही उसे डी में डालकर छोड़ देता है। इसे बीच के लोग किराए पर चढ़ा देते हैं।
यहां हो रहा नया कब्जा
टाउनशिप के सेक्टर-10 में सड़क-35, 36, 37 के पास नए कब्जे होते जा रहे हैं। यहां लोग आराम से कब्जा कर मकान बना कर रह रहे हैं। विभाग की नजर उन पर नहीं पड़ी है। इस वजह से कब्जा बचा हुआ है।
पिछले साल से बेहतर कार्रवाई
बीएसपी के तोडफ़ोड़ विभाग ने वित्त वर्ष 201718 में 154 आवासों को कब्जे से मुक्त किया। 2018-19 में करीब 143 आवासों को कब्जे से मुक्त किया। इस 2019-20 के वित्त वर्ष में अब तक बीएसपी ने 185 आवासों को कब्जे से मुक्त कर दिया है।
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