यह कार्यशाला सुबह 9 बजे से शुरू हुआ। इसमें ईडी (प्रशासन व कार्मिक) केके सिंह ने सेफ्टी कार्यशाला के महत्व को बताया। ईडी वक्र्स पीके दास ने हर कर्मचारी तक सेफ्टी के संदेश व महत्व को पहुंचाने की बात कही।
सेफ्टी प्रमुख श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों को पांच ग्रुप में बांटा। 5 टीम बनाई गई। जिसके तहत टीम को अलग-अलग टॉपिक दिया। जिसके अंतर्गत उन्हें चर्चा व अध्ययन कर एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया। जिसमें सुरक्षा में बरती जाने वाली लापरवाही व उसे दूर करने के सुझाव देने को कहा गया। शीर्षक में जैसे नियर मिस केस, रोड सेफ्टी, गैस सेफ्टी प्रमुख थे।
कार्यशाला के आखिरी पड़ाव में हर टीम को अपना प्रजेंटेशन बीएसपी सीईओ एके रथ के समक्ष देना था, लेकिन वे कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए, जिस कारण वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रजेंटेशन को सुना।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ मजदूर संघ से शेख महमूद, पूरन वर्मा, अखिल मिश्रा, बीएमएस से दिनेश पांडे, आईपी मिश्रा, एटक से विनोद सोनी, एचएमएस से प्रमोद मिश्रा, लखविंदर सिंह, बीडब्ल्यू से उज्जवल दत्ता, बीएमएस ठेका यूनियन से पीजे कुरूप, भिलाई कर्मचारी यूनियन से ब्रिज बिहारी मिश्रा, एक्टू से श्याम लाल साहू, सीटू ठेका यूनियन से मनीष सेहगल, योगेश सोनी मौजूद थे।