सेल के मुनाफा में आने के बाद बीएसपी कर्मियों में बोनस को लेकर चर्चा तेज हो गई है। वे इस साल अधिक बोनस मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ मजदूर संघ व इस्पात श्रमिक मंच ने कहा है कि एनजेसीएस यूनियनों की उदासीनता के कारण बेहतर प्रदर्शन के बाद भी कर्मियों को सम्मानजनक राशि नहीं मिली। यूनियन ने प्रबंधन से मांग किया है कि दुर्गा पूजा से पहले बोनस का भुगतान कर दिया जाए।
छठवें नंबर पर है बीएसपी
संघ के अखिल मिश्र ने कहा कि संयंत्र कर्मियों के लिए यह राहत की खबर है की सेल ने अपनी वित्तीय स्थिति सुधारते हुए 2018 के पहले तिमाही में कर पूर्व लाभ में 827 करोड़ व शुद्ध लाभ 540 कमाया है। वर्तमान में सेल देश की महारत्न कंपनी की फेहरिस्त में छठवें पायदान पर है। टार्न अराउंड सेल में अपनी महती भूमिका निभाने के लिए भिलाई कर्मी सम्मानजनक एक्सग्रेशिया राशि का भुगतान के हकदार हैं।
संघ के अखिल मिश्र ने कहा कि संयंत्र कर्मियों के लिए यह राहत की खबर है की सेल ने अपनी वित्तीय स्थिति सुधारते हुए 2018 के पहले तिमाही में कर पूर्व लाभ में 827 करोड़ व शुद्ध लाभ 540 कमाया है। वर्तमान में सेल देश की महारत्न कंपनी की फेहरिस्त में छठवें पायदान पर है। टार्न अराउंड सेल में अपनी महती भूमिका निभाने के लिए भिलाई कर्मी सम्मानजनक एक्सग्रेशिया राशि का भुगतान के हकदार हैं।
एनजेसीएस यूनियन नहीं है गंभीर
संयुक्त यूनियन ने कहा कि कर्मियों की सुविधा को लेकर एनजेसीएस यूनियन के शीर्ष नेता गंभीर नहीं है। वे श्रमिक कल्याण का काम न कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोधी राजनीति में व्यस्त हैं, जिसके कारण इस्पात कर्मी 2007 वेतनमान के भत्तों पर काम करने मजबूर हैं। वहीं पिछले 15 साल में 3 बोनस का नुक्सान भी कर्मी उठा चुके हैं। 2005 तथा 2015 में बोनस की जगह एडवांस पकड़ा दिया गया था। 2013 में गणना परिवर्तन के कारण एक साल के बोनस का नुक्सान हुआ था।
संयुक्त यूनियन ने कहा कि कर्मियों की सुविधा को लेकर एनजेसीएस यूनियन के शीर्ष नेता गंभीर नहीं है। वे श्रमिक कल्याण का काम न कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विरोधी राजनीति में व्यस्त हैं, जिसके कारण इस्पात कर्मी 2007 वेतनमान के भत्तों पर काम करने मजबूर हैं। वहीं पिछले 15 साल में 3 बोनस का नुक्सान भी कर्मी उठा चुके हैं। 2005 तथा 2015 में बोनस की जगह एडवांस पकड़ा दिया गया था। 2013 में गणना परिवर्तन के कारण एक साल के बोनस का नुक्सान हुआ था।
एक्सग्रेसिया की गणना में बरती जाए पारदर्शिता
यूनियन चाहती है कि एक्सग्रेसिया की गणना का आधार सार्वजानिक किया जाए। सेल स्तर पर तय होने वाले इस मामले में कर्मियों को जानकारी ही नहीं है। एक्सग्रेसिया के फार्मूले को कर्मचारी सोसल मीडिया में तलाश रहे हैं, लेकिन मिला नहीं है। यूनियन एक्सग्रेसिया की गणना के आधार को सार्वजनिक करे।
यूनियन चाहती है कि एक्सग्रेसिया की गणना का आधार सार्वजानिक किया जाए। सेल स्तर पर तय होने वाले इस मामले में कर्मियों को जानकारी ही नहीं है। एक्सग्रेसिया के फार्मूले को कर्मचारी सोसल मीडिया में तलाश रहे हैं, लेकिन मिला नहीं है। यूनियन एक्सग्रेसिया की गणना के आधार को सार्वजनिक करे।
यह थे मौजूद
बीएसपी के आईआर विभाग को ज्ञापन सौंपते समय राजेश अग्रवाल, सर्वजीत सिंह, सीताराम साहू, संघ से आर रज्जी नायर, अरविंद पांडे, व्ही संदीप नायडू, विमल कांत पांडे, सुभाष महाराणा मौजूद थे।
बीएसपी के आईआर विभाग को ज्ञापन सौंपते समय राजेश अग्रवाल, सर्वजीत सिंह, सीताराम साहू, संघ से आर रज्जी नायर, अरविंद पांडे, व्ही संदीप नायडू, विमल कांत पांडे, सुभाष महाराणा मौजूद थे।