राजभवन के सजावट की मिली जिम्मेदारी
मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, अंकशु देवांगन के किए गए कार्यों से बेहद प्रभावित हुई और यही कारण है कि उन्हें भोपाल राजभवन के सजावट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। यहां उन्होंने मुख्य प्रवेश द्वार पर महात्मा गांधी की दांडी यात्रा तथा सांची के बुद्ध प्रतिमा का विहंगम दृश्य बनाया है। जिससे राजभवन का सौंदर्य निखरकर सामने आया है। बीएसपी प्रबंधन ने इसके लिए कलाकार सराहा।
मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, अंकशु देवांगन के किए गए कार्यों से बेहद प्रभावित हुई और यही कारण है कि उन्हें भोपाल राजभवन के सजावट की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। यहां उन्होंने मुख्य प्रवेश द्वार पर महात्मा गांधी की दांडी यात्रा तथा सांची के बुद्ध प्रतिमा का विहंगम दृश्य बनाया है। जिससे राजभवन का सौंदर्य निखरकर सामने आया है। बीएसपी प्रबंधन ने इसके लिए कलाकार सराहा।
मिल चुका है लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड
लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड से पुरस्कृत कलाकार अंकुश देवांगन ने इससे पहले भी बीएसपी की ओर से राज्य व केन्द्र सरकार के लिए अनेकों स्मरणीय कलाकृतियों का निर्माण कर चुके हैं। इसके अलावा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन के वे फाउंडर मेंबर रहे हैं। जहां उन्होंने विभिन्न कलाकृतियां बनाई हैं। यहां के दीवारों पर उन्होंने सबसे लम्बे भित्तिचित्रों को गोल्डन बुक ऑफ द वल्र्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेला हरियाणा-2015 में भी उन्होंने संयंत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य शासन तथा लेबनान देश के सहप्रयोजन में उत्कृष्ट कृतियों का निर्माण किया था।
लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड से पुरस्कृत कलाकार अंकुश देवांगन ने इससे पहले भी बीएसपी की ओर से राज्य व केन्द्र सरकार के लिए अनेकों स्मरणीय कलाकृतियों का निर्माण कर चुके हैं। इसके अलावा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन के वे फाउंडर मेंबर रहे हैं। जहां उन्होंने विभिन्न कलाकृतियां बनाई हैं। यहां के दीवारों पर उन्होंने सबसे लम्बे भित्तिचित्रों को गोल्डन बुक ऑफ द वल्र्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेला हरियाणा-2015 में भी उन्होंने संयंत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य शासन तथा लेबनान देश के सहप्रयोजन में उत्कृष्ट कृतियों का निर्माण किया था।
यहां नजर आती हैं उनकी कलाकृतियां
कला पारंगत देवांगन, भिलाई के सिविक सेंटर का श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ, भिलाई निवास का नटराज, रूआबांधा का पंथी चौक, सेक्टर 1-2 का श्रमवीर चौक, बोरिया गेट का पीएम ट्रॉफी चौक, बोरिया गेट श्रम उद्यान का राइजिंग भिलाई मान्यूमेंट, दल्ली राजहरा में छह मंजिली इमारत जितना विश्व का सबसे बड़ा लौह रथ, दुनिया की सबसे छोटी मूतियां व चांवल के दानों पर पेंटिंग्स बनाकर अपनी कला यात्रा का लोहा मनवा चुके हैं।
कला पारंगत देवांगन, भिलाई के सिविक सेंटर का श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ, भिलाई निवास का नटराज, रूआबांधा का पंथी चौक, सेक्टर 1-2 का श्रमवीर चौक, बोरिया गेट का पीएम ट्रॉफी चौक, बोरिया गेट श्रम उद्यान का राइजिंग भिलाई मान्यूमेंट, दल्ली राजहरा में छह मंजिली इमारत जितना विश्व का सबसे बड़ा लौह रथ, दुनिया की सबसे छोटी मूतियां व चांवल के दानों पर पेंटिंग्स बनाकर अपनी कला यात्रा का लोहा मनवा चुके हैं।