तब होगा वेतन समझौता
काला फीता लगाकर केंद्र सरकार के अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज का विरोध कर रहे इंटक नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने पब्लिक सेक्टर में लगातार तीन साल तक लाभ नहीं होने की स्थिति में वेज रिवीजन नहीं करने का नियम बनाया है। अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज के कारण सेल कर्मियों का वेज रिवीजन रोक दिए हैं।
काला फीता लगाकर केंद्र सरकार के अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज का विरोध कर रहे इंटक नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने पब्लिक सेक्टर में लगातार तीन साल तक लाभ नहीं होने की स्थिति में वेज रिवीजन नहीं करने का नियम बनाया है। अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज के कारण सेल कर्मियों का वेज रिवीजन रोक दिए हैं।
10 में से 9 साल रहा प्रॉफिट में
सेल 10 साल में लगातार 9 साल प्रॉफिट पर रहा, महज आखिरी एक साल घाटे में रहा। इसके बाद भी वेतन समझौता को घाटे के आधार पर रोक दिया है। केंद्र सरकार की इस बेतुके व कर्मचारी विरोधी नियम से कर्मियों में आक्रोश है। यही वजह है कि काला फीता लगाकर बड़ी संख्या में कर्मचारी संयंत्र व हॉस्पिटल में नजर आए।
सेल 10 साल में लगातार 9 साल प्रॉफिट पर रहा, महज आखिरी एक साल घाटे में रहा। इसके बाद भी वेतन समझौता को घाटे के आधार पर रोक दिया है। केंद्र सरकार की इस बेतुके व कर्मचारी विरोधी नियम से कर्मियों में आक्रोश है। यही वजह है कि काला फीता लगाकर बड़ी संख्या में कर्मचारी संयंत्र व हॉस्पिटल में नजर आए।
यहां नजर आया विरोध
संयंत्र में विरोध के तौर पर कालाफीता लगाकर काम जिन विभागों में कर्मियों ने उन विभागों में कोक ओवन, ब्लास्ट फर्नेस, मिल जोन, पावर एंड इंजीनियरिंग जोन, मैकेनिकल जोन, स्टील जोन, टीएण्डडी, इस्पात भवन, टाउनशिप, हॉस्पिटल व एजुकेशन विभाग के कर्मियों ने काला फीता लगाकर अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज का विरोध किया।
अगले चरण में उठाएंगे कड़े कदम
इंटक महासचिव एसके बघेल ने संयंत्र में कर्मियों के अलग-अलग समूहों से कहा कि सेल प्रबंधन कर्मियों के आक्रोश को केंद्र सरकार तक पहुंचाते हुए जल्द अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज हटवाए, नहीं तो अगले चरण में कर्मचारी कड़े कदम उठाएंगे, जिससे बीएसपी सहित सेल के उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सेल प्रबंधन की होगी।
संयंत्र में विरोध के तौर पर कालाफीता लगाकर काम जिन विभागों में कर्मियों ने उन विभागों में कोक ओवन, ब्लास्ट फर्नेस, मिल जोन, पावर एंड इंजीनियरिंग जोन, मैकेनिकल जोन, स्टील जोन, टीएण्डडी, इस्पात भवन, टाउनशिप, हॉस्पिटल व एजुकेशन विभाग के कर्मियों ने काला फीता लगाकर अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज का विरोध किया।
अगले चरण में उठाएंगे कड़े कदम
इंटक महासचिव एसके बघेल ने संयंत्र में कर्मियों के अलग-अलग समूहों से कहा कि सेल प्रबंधन कर्मियों के आक्रोश को केंद्र सरकार तक पहुंचाते हुए जल्द अफॉर्डेबिलिटी क्लॉज हटवाए, नहीं तो अगले चरण में कर्मचारी कड़े कदम उठाएंगे, जिससे बीएसपी सहित सेल के उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सेल प्रबंधन की होगी।
यह थे मौजूद इस मौके पर पीजूश कर, आरसी अग्रवाल, शोभा बल्ला, राजेंद्र पिल्ले, संतोष कीचलू, एनएस बंछोर, रमेश तिवारी, पीके चौधरी, चंद्रशेखर सिंह, पीवी राव, संजय साहू, वंश बहादुर सिंह, सच्चिदानंद पांडेय, सुनील खिचरिया, तुरिंदर सिंह, रविंद्र नाथ, एके विश्वास, शेखर शर्मा, राजशेखर, बिपिन बिहारी मिश्रा, अनिमेष पसीने, बाल सिंह, सुरेश कुमार, जयंत, शिव शंकर सिंह, धनेश प्रसाद, रमा शंकर सिंह, जयपाल सिंह सेंगर, वेद प्रकाश सूर्यवंशी, अरविंद सिंह, मदनलाल सिन्हा, अरविंद प्रताप सिंह, राजेंद्र त्रिपाठी, मानिक राम जैनेंद्र, श्रीनिवास रेशम राठौर, गुरुदेव साहू, दीनानाथ सिंह सार्वा, एस रवि सुरेंद्र प्रसाद रविशंकर प्रसाद कौशलेंद्र सिंह, सीपी वर्मा मौजूद थे।