एजीएम अमृता त्रिपाठी ने इसको लेकर सर्कुलर जारी किया है, जिसमें साफ लिखा है कि संंयंत्र से कर्मियों के जाने का समय ए शिफ्ट में 2 से 3 बजे तक, बी शिफ्ट में 10 से 11 बजे तक सी शिफ्ट में 6 से 7 बजे तक और जनरल शिफ्ट में शाम 5.30 से 6.30 बजे तक रहेगा।
गेट से बाहर जाने के लिए कर्मियों को अपने अधिकारियों से प्रमाणित प्रमाण पत्र पेश करना होगा। वहीं ई-0 से 4 ग्रेड के अधिकारियों को गेट से बाहर जाने के लिए सेल्फ सर्टिफिकेट देना होगा। वहीं ई-5 ग्रेड से ऊपर के अधिकारियों को बिना प्रमाण पत्र के गेट से आने व जाने की इजाजत होगी। प्रबंधन ने कर्मचारियों व अधिकारियों में कोई बड़ा भेदभाव नहीं किया है। ई-4 ग्रेड तक के अधिकारियों को भी जाने के लिए गेट में प्रमाण पत्र देना होगा। इस तरह प्रबंधन उत्पादन बढ़ाने के लिए और हर कार्मिक से काम लेने यह पहल किया है।
यूनियन नेता इस मामले में अब क्या करते हैं, यह सभी कर्मचारी देख रहे हैं। संयंत्र में बहुत से नेता पद पाने के बाद ड्यूटी कम ही आते हैं। यह शिकायत कर्मियों की रहती है। इस आदेश के बाद वह भी दूर हो जाएगी। अब हर कर्मचारी ईमानदारी से काम कर बीएसपी को उत्पादन के क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाएंगे। बीएसपी में करीब 16,600 कर्मचारी है, जो संयंत्र के भीतर अब नजर आने लगेंगे।
बीएसपी कर्मियों को अब ड्यूटी आने के बाद बीच में बाहर जाने के लिए बॉस से पास लेना होगा। गेट पर उस पास को दिखाने के बाद ही बाहर जाने दिया जाएगा। यह पास कोई भी बॉस तब देगा, जब उसे कर्मचारी के बाहर जाने की वजह जायज लगेगी। इस तरह से सैकड़ों कर्मियों का ड्यूटी के दौरान बाहर जाना बंद हो जाएगा।