प्रकरण के मुताबिक मृतक किराना दुकान संचालक उमेश शाह बीसी खेलाता था। कारोबार में नुकसान होने पर दोनों आरोपी रुपए के लिए बार बार फोन लगाने लगे थे। @Patrika.इस दौरान घर पहुंचकर गाली गलौज करते थे। उमेश को लगातार धमकी दी जा रही थी कि अगर रुपए नहीं लौटाए तो बेटी को अगवा कर लिया जाएगा। पत्नी व उसे बेघर कर उसके मकान पर कब्जा कर लिया जाएगा। इस धमकी से परेशान होकर उमेश शाह ने आत्महत्या कर ली थी।
उमेश ने २५ दिसंबर २०१५ को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने दुकान में लगे हुक पर नायलोन रस्सी से फांसी का फंदा तैयार कर झूल गया था। घटना शाम ५ से ७ बजे के बीच की थी।@Patrika. इस मामले में छावनी पुलिस ने पहले मर्ग कायम किया फिर जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर किया।
फांसी के फंदे से शव को उतारने के बाद पुलिस ने मृतक के पहने हुए कपड़े की तलाशी ली थी। इस दौरान मृतक के जेब से कुछ नहीं मिला। @Patrika.बाद में डॉक्टर की उपस्थिति में पुलिस ने शव का पंचनामा किया, तब मृतक के पैंट में बने चोर पाकेट से तीन कागज बरामद हुआ था। एक कागज सुसाइडल नोट था। इस नोट को आधार बनाकर छावनी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर किया था।