बोल नहीं सकता, तो भावनाओं को उकेर देता है चित्रों में
बना दी कलेक्टर की तस्वीर .

भिलाई. लक्ष्मी मार्केट के पीछे कच्चे मकान में रहने वाले कपिल की उम्र अभी १६ साल की है, न तो वह बोल सकता है और न सुन सकता है। यही वजह है कि उसने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए बचपन से ही अलग-अलग रंग और ब्रश को चुना। आर्ट के माध्यम से वह अपनी भावनाओं शीट में उकेरता है। इस हुनर के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों में कलेक्टर से वह सम्मानित हो चुका है। अब वह कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे की तस्वीर तैयार कर रहा है।
एकाकीपन को दूर करने उठाया ब्रश
कपिल अपने एकाकीपन को दूर करने के लिए ब्रश का सहारा लिया। एक-एक कर उसने कई शानदार पेंटिंग की। जिसके लिए उसे अलग-अलग वक्त में सम्मानित किया जाता रहा है। कपिल ने अपने एलबम में जिन पेंडिंग को सहेजकर रखा है उसमें वन्य प्राणियों, भगवान कृष्ण जंगल में मुरली की धुन में लीन, अशोक महान शामिल हैं।
पीएम के स्वच्छता संदेश को बिना सुने भी वह समझ गया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता के संदेश को देश में हर कोने तक पहुंचाया जा रहा है। इसके बाद भी लोग अब तक जागरूक नहीं हुए हैं। कपिल सुन नहीं सकता, लेकिन उसने बीएसपी की चित्रकला प्रतियोगिता में पीएम के संदेश को ध्यान में रखकर चित्र बनाया, जिसमें कचरे को डस्टबिन में डालने और भिलाई को स्वच्छ रखने की बात कही गई है। बीएसपी ने इसके लिए उसे प्रथम पुरस्कृत से सम्मानित किया था।
बड़ा आदमी बनने का है सपना
कपिल इशारों में बताता है कि वह रहता जरूर छोटे घर में है, लेकिन उसका सपना बड़ा आदमी बनने का है। वह चाहता है कि जब वह शहर से गुजरे तो पुलिस उसे सलाम करे। मां को वह देवी की तरह मानता है, बचपन से मां ने उसे हर मोड़ में साथ दिया, जिसकी वजह से वह पढ़ाई कर रहा है। पिता से कपिल कहता है कि बड़ा होने के बाद वह नौकरी करेगा और घर में सभी की सेवा करेगा।
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