ये परीक्षाएं खत्म होने के बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के जरिए स्कूल स्टूडेंट्स के माक्र्स अपलोड करेंगे। अंक अपलोड करते समय खास ध्यान रखना होगा, क्योंकि सीबीएसई इसमें सुधार करने का दूसरा मौका नहीं देगा। प्रैक्टिकल परीक्षा सिर्फ बोर्ड से नियुक्त एग्जामनर द्वारा ही ली जाएगी। अगर स्कूल किसी और टीचर से यह परीक्षा करवाएंगे, तो उसे रद्द कर दिया जाएगा। वहां के स्टूडेंट्स को थ्योरी परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर औसत अंक दे दिए जाएंगे।
स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल एग्जाम और इंटर्नल एसेसमेंट्स अपने स्कूल में ही देना है। स्कूलों में इसके लिए एक्सटर्नल एग्जामिनर के साथ-साथ इंटर्नल एग्जामिनर भी मौजूद होंगे। इन परीक्षाओं की निगरानी के लिए बोर्ड द्वारा एक ऑब्जर्वर भी नियुक्त किए जाएंगे। जो स्टूडेंट्स तय तारीख में प्रैक्टिकल या इंटर्नल असेसमेंट में उपस्थित नहीं हो पाएंगे, उनकी अनुपस्थिति की जानकारी स्कूलों को संबंधित सीबीएसई रीजनल ऑफिस को देनी होगी। उन स्टूडेंट्स के लिए फिर से परीक्षा आयोजित की जा सकती है, जिसके लिए रीजनल ऑफिस द्वारा एग्जामिनर नियुक्त होंगे हालांकि यह री-एग्जाम 11 जून 2021 के पहले ही लिए जा सकते हैं।