इससे पहले तक प्रत्याशियों द्वारा एजेंटों को स्ट्रांग रूम के आसपास रूककर निगरानी की सहुलियत दी जा रही थी। ऐसे मामलों में एजेंटों को दिन-रात विपरीत स्थितियों के बीच रहकर निगरानी करनी पड़ती थी। इस परेशानी को देखते हुए आयोग ने इस बार आधुनिक संचार प्रणाली का उपयोग करते हुए सीसीटीवी और एप के माध्यम से निगरानी की सुविधा की व्यवस्था की जा रही हैं। इस एप के माध्यम से निगरानी की सुविधा के लिए प्रत्याशी व उनके द्वारा नियुक्ति एजेंट को संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर से नियमानुसार अनुमति लेनी पड़ेगी। प्रत्याशी व एजेंट के अलावा यह सुविधा केवल संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर और ऑब्जर्वर के पास होगी।
प्रत्याशी व एजेंट चाहें तो पहले की तरह स्ट्रांग रूम के सामने बनाए गए विशेष कक्ष में भी खुद मौजूद रहकर निगरानी कर सकेंगे। इसके लिए पहले की ही तरह संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर से अनुमति लेनी पड़ेगी। ऐसे प्रत्याशी व एजेंटों के लिए स्ट्रांग रूम के गेट के सामने हॉल में व्यवस्था की गई है। इस हॉल में भी सीसीटीवी से लाइव व्यू के लिए स्क्रीन लगाए गए हैं।
शंकराचार्य कॉलेज के स्ट्रांग रूप में बंद इवीएम की निगरानी के लिए फिलहाल केवल एक अभ्यर्थी ने अनुमति मांगी है। वैशाली नगर के निर्दलीय प्रत्याशी हेमंत चौहान के आवेदन पर रिटर्निंग ऑफिसर केएल चौहान ने उन्हें अनुमति भी दे दी है। इसके अलावा दुर्ग ग्रामीण से भी एक निर्दलीय प्रत्याशी ने आवेदन लगाया है। कांग्रेस-भाजपा व दूसरे राजनीतिक दलों के अधिकृत प्रत्याशियों ने अब तक आवेदन नहीं किया है।