खुज्जी विधानसभा क्षेत्र से अब तक कोई महिला सदन तक नहीं पहुंच पाई है। इस बार यहां से कांग्रेस ने जिला पंचायत सदस्य छन्नी साहू को मैदान में उतारा है। भाजपा प्रत्याशी व जिला पंचायत सदस्य हिरेन्द्र साहू से उनका मुकाबला है।
यहां जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के जरनैल सिंह भाटिया ने मुकाबले को त्रिकोणीय कर दिया। १ लाख ७९ हजार २६८ मतदाताओं वाले इस विधानसभा सीट में ८४.४८ प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला है। यहां जो भी जीतेगा वह पहली बार सदन जाएगा।
मोहला मानपुर में सबसे कम वोटर हैं। यहां मतदान भी सबसे कम हुआ है। यहां के १ लाख ५६ हजार १६ मतदाताओं में से ८०.६ प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। यहां भी मुकाबला त्रिकोणीय रहा है। इस सीट पर चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के इंद्रशाह मंडावी, भाजपा की कंचनमाला भुआर्य और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के संजीत ठाकुर पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में यहां भी यह तय है कि जीत किसी की भी हो, वो पहली बार सदन की सीढ़ी चढ़ेगा।
१९५७ – विधानसभा क्षेत्र नहीं था
१९६२ – टुमनलाल (कांग्रेस)
१९६७ – हरिप्रसाद शुक्ला (कांग्रेस)
१९७२ – डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्रा (कांग्रेस)
१९७७ – प्रकाश यादव (जनता पार्टी)
१९८० – हरिप्रसाद शुक्ला (निर्दलीय)
१९८५ – इमरान मेमन (कांग्रेस)
१९९० – जगन्नाथ यादव (जनता दल)
१९९३ – रजिंदरपाल सिंह भाटिया (भाजपा)
१९९८ – रजिंदरपाल सिंह भाटिया (भाजपा)
२००३ – रजिंदरपाल सिंह भाटिया (भाजपा)
२००८ – भोलाराम साहू (कांग्रेस)
२०१३ – भोलाराम साहू (कांग्रेस)
१९५७ – कनक कुमारी (कांग्रेस)
१९६२ – देवप्रसाद (पीएसपी)
१९६७ – देव प्रसाद (पीएसपी)
१९७२ – गोवर्धन नेताम (कांग्रेस)
१९७७ – भूपेन्द्र शाह (जनता पार्टी)
१९८० – गोवर्धन नेताम (कांग्रेस)
१९८५ – गोवर्धन नेताम (कांग्रेस)
१९९० – सुरेश ठाकुर (भाजपा)
१९९३ – गोवर्धन नेताम (कांग्रेस)
१९९८ – संजीव शाह (भाजपा)
२००३ – संजीव शाह (भाजपा)
२००८ – शिवराज उसारे (कांग्रेस)
२०१३ – तेजकुंवर नेताम (कांग्रेस)।