दरअसल सिर को कव्हर करने वाला ओटी में उपयोग में लाए जाने वाले विशेष डिजाइन की टोपी होना चाहिए। लेकिन इस कीट में शासन ने किक्रेट मैच में उपयोग में लाए जाने वाले सफेद गोल टोपी को शामिल किया है। वहीं जूता कव्हर की जगह अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों द्वारा उपयोग में लाया जाने वाला लांग ***** और दस्ताना ऐसा है कि जिसे नगर पालिक निगम के कर्मचारी सफाई कार्य करते समय पहनते हैं। वहीं फूल कव्हर करने वाला एप्रान भी हाफ है। केवल सामने का हिस्सा ही ढक पाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के टैक्निशियनों का कहना है कि कोरोना संभावितों का सैंपल लेते समय उपयोग में लाए जाने वाला किट ऐसा होना चाहिए जिसमें शरीर का कोई भी हिस्सा सीधे संपर्क में न आए। ग्लबस भी कम से कम तीन होना चाहिए। वह भी मेडिकल ग्लब्स। इसके अलावा शरीर को पूर्ण रूप से ढकने वाला (चिप लगा हुआ) गाउन। साथ सिर और चेहर को ढका जा सका मास्क व ऑपरेशन थिएटर में उपयोग में लाए जाने वाला कैंप। इसके अलावा जूते की आवश्यकता नहीं है बल्कि जूता को कव्हर करने के लिए मेडिकल शूज कैप।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के विरोध के बाद किट को जिला अस्पताल प्रबंधन ने लौटाने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से कुल 50 और सीजीएमएससी से 5 किट आया था।
सच्चाई जानने जब पत्रिका ने सिविल सर्जन डॉ. पी बाल किशोर से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि अधिकारी कर्मचारियों ने किट को लेने से इंकार कर दिया है। सुरक्षा के हिसाब से किट उपयुक्त नहीं है। इसलिए किट को लौटाने के निर्देश दिए है।