अग्रवाल समाज की शादियों में अब न तो पटाखे फूटेंगे और न ही रात में शादियां होगी। इतना ही नहीं बारात में बहू-बेटियों के डांस करने पर भी रोक लगा दी गई है। खुर्सीपार के अग्रसेन भवन में छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन दुर्ग-भिलाई इकाई की बैठक में समाज के पदाधिकारियों ने फैसला किया कि महिलाओं का सड़क पर बैंड बाजे पर नाचना फूहड़ता को दिखाता है। सदस्यों ने कहा कि शादी विवाह उल्लास का अवसर होता है, इसलिए सदस्यों को यह व्यवस्था बनानी होगी कि महिलाएं सड़क पर डांस न करें। (Bhilai news)
पदाधिकारियों ने कहा कि सामान्यत: शादी समारोह रात में ही होती है। जिसके कारण लाइटिंग में बिजली की काफी खपत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए समाज में यह भी प्रस्ताव पास किया है कि अग्रवाल समाज में दिन में शादी करने की परंपरा की शुरुआत की जाए ताकि बिजली और पटाखे से आर्थिक बचत हो। सदस्यों ने कहा कि शादियों में पटाखे का उपयोग कम से कम करें या बिल्कुल ही न करें। पटाखे से अत्यधिक प्रदूषण फैलता है इसलिए समाज की जवाबदारी है कि वे शादी समारोह में बिलकुल ही पटाखे न फोड़ें।
छत्तीसगढ़ी कुर्मी समाज अब समाज के होनहार पर आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को पीएससी की फ्री कोचिंग कराएगा। सुपर-20 की तर्ज पर एकलव्य आईएएस अकादमी इन युवाओं को कोचिंग देगी। समाज का कहना है कि कुर्मी समाज के युवाओं की प्रशासनिक भागीदारी बढ़ाने समाज की ओर से यह पहल की जा रही है। समाज के महासचिव राधेलाल चंद्राकर ने बताया कि इस कोचिंग में शामिल होने पहले युवाओं को प्रतिभा चयन परीक्षा में शामिल किया जाएगा। जिसके बाद प्रावीण्य सूची के आधार पर युवाओं का चयन कोचिंग के लिए चुना जाएगा। महासचिव ने बताया कि प्रतिभा चयन परीक्षा में शामिल होने सोमवार से आवेदन लिए जाएंगे। युवा कुर्मी भवन सेक्टर 7 से यह आवेदन प्राप्त कर सकते हैं।(Bhilai news)