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हमारे जिले से मुख्यमंत्री के दो दावेदार, फैसले की घड़ी निकट, दो घंटे बाद एक नाम पर लगेगी मुहर

locationभिलाईPublished: Dec 16, 2018 10:26:16 am

दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ तीन दौर की बैठक के बाद भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हो सका। फैसला भूपेश या ताम्रध्वज में से किसी के पक्ष में आए हमारे जिले से मिलेगा प्रदेश को मुख्यमंत्री। दोपहर बैठक के बाद नाम का होगा ऐलान।

दुर्ग/भिलाई@Patrika. दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ तीन दौर की बैठक के बाद भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का फैसला नहीं हो सका। दावेदार अपना-अपना दावा पुख्ता करने एक-दूसरे के नाम पर अडंग़ा लगाते रहे। बात इस्तीफे तक भी पहुंच गई। इसे देखते हुए फैसला टाल दिया गया। इधर उत्साहित समर्थक अपने-अपने नेताओं के घरों में नाम की घोषणा के इंतजार में डटे रहे। इस बीच दिल्ली से बनते-बिगड़ते समीकरणों की सूचनाओं के साथ नेताओं के घरों में भी माहौल बनता बिगड़ता रहा।
फैसला भूपेश या ताम्रध्वज में से किसी के पक्ष में आए हमारे जिले से मिलेगा प्रदेश को मुख्यमंत्री। दोपहर बैठक के बाद नाम का होगा ऐलान।
मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा को लेकर कार्यकर्ता और समर्थक डटे रहे

सांसद ताम्रध्वज साहू के बोरसी मीनाक्षी नगर आवास में पूरे दिन समर्थकों की भीड़ रही। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हेमंत बंजारे, साडा के पूर्व उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह, जिला पंचायत सदस्य जयंत देशमुख, पूर्व जिपं सदस्य बंटी हरमुख, पूर्व जनपद अध्यक्ष देवेन्द्र देशमुख, भूपत साहू सहित दुर्ग ग्रामीण के समर्थक पूरे दिन सांसद निवास में डटे रहे। टीवी में आ रही खबरों के साथ ही कयासों और अटकलों का दौर भी चलता रहा। कुछ इसी तरह का ही नजारा मुख्यमंत्री पद के दूसरे प्रबल दावेदार व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल के निवास स्थान पदुम नगर भिलाई-३ में देखने को मिला। जहां दिनभर मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा को लेकर क्षेत्र के कार्यकर्ता और समर्थक डटे रहे।
बीच रास्ते से मायूस लौटे भूपेश समर्थक
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना पर भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल और उनके समर्थक स्वागत करने माना एयरपोर्ट के लिए निकले। कुम्हारी पहुंचे ही थे कि सोशल मीडिया पर खबर आ गई कि सांसद ताम्रध्वज साहू के नाम पर सहमति बन गई है। इसके बाद सभी कार्यकर्ता एकदम मायूस हो गए और कुम्हारी टोल प्लाजा से वापस लौट गए। बाद में राहुल से फिर मिलने की खबर ने कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर दिया।
बनते-बिगड़ते समीकरण से लगते रहे कयास
सांसद आवास में अलग-अलग खेमों में घोषणा का इंतजार में बैठे समर्थकों के बीच अटकले और सियासी चर्चा का भी दौर चलता रहा। समर्थक अपने नेता के मजबूत पक्ष और दूसरे दावेदारों की कमजोरियां गिनाकर नाम घोषणा के कयास लगाते रहे। टीवी पर नाम का जिक्र आने से समर्थकों का उत्साह बढ़ जाता था। सांसद ताम्रध्वज साहू बैठक छोड़कर बाहर निकल गए हैं यह खबर पहुंची तो कार्यकर्ताओं ने बघेल के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यकर्ताओं के साथ परिवार के सदस्यों के चेहरे पर खुशी झलक उठी। सभी एक दूसरे को गले लगकर बधाई देने लगे। मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया। देर तक यह क्रम जारी रहा।
बैठक से निकलने की खबर से छाई खामोशी
शाम करीब 5 बजे अचानक ताम्रध्वज साहू के दिल्ली में दूसरे दौर की बैठक छोड़कर मायूस निकलने की खबर आई। इस खबर ने आवास में जूटे कार्यकर्ताओं को भी हताश कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ता एक-एक कर लौटने लगे। शाम साढ़े 5 बजे तक अधिकतर बड़े नेता लौट गए।
बैरीकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था ने बढ़ाई बेचैनी

दिल्ली में पहले दौर की बैठक खत्म होने के बाद भी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोर्इ भी स्पष्ट सूचना नहीं पहुंची। इससे समर्थकों का उत्साह धीरे-धीरे घटने लगा। इस बीच अचानक दोपहर 3 बजे पुलिस ने सांसद निवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाकर आसपास स्टॉपर व बेरीकेडिंग शुरू कर दी। इससे कार्यकर्ताओं की उम्मीदों के साथ बेचैनी और बढ़ गई। इधर बघेल निवास पर भी सुरक्षा जवानों की संख्या बढ़ा दी गई। सुबह ११ बजे तक भिलाई-तीन थाना प्रभारी और जवान मौके पर थे। शाम ४ बजे प्रेस कॉन्फ्रेस में सीएम के नाम की घोषण की सूचना मिलने पर सेंट्रल ऑम्र्स फोर्स के चार जवान और पायलेटिंग वाहन भी पहुंच गए। इसे देखकर कार्यकर्ताओं की उम्मीदें और बढ़ी।
घोषणा टलने से यह भी अटकलें
शनिवार को देर शाम तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर देने का ऐलान किया गया था। इसके लिए राजधानी में तैयारी भी कर ली गई थी, लेकिन एयरपोर्ट से नेताओं के दोबारा बुलावे और घोषणा टल जाने से फिर अटकलों का बाजार गर्म हो गया। सांसद समर्थक इसे विपरीत संकेत मानकर चल रहे हैं।
समर्थकों ने संकेत मान लिया

दोपहर बाद दिल्ली में बैठक समाप्ति के बाद सांसद ताम्रध्वज साहू राहुल के बंगले से मुस्कुराते हुए निलकते दिखे। टीवी के सामने बैठे समर्थकों की जैसे ही उन पर नजर पड़ी, समर्थकों ने संकेत मान लिया और आवास के सामने आतिशबाजी की। समर्थकों ने सांसद की पत्नी व परिवार के लोगों को मिठाई तक खिलाई।
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