26 नवंबर को बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि फिर दक्षिण से नमी वाली हवा प्रदेश में आएगी जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बनेगी। क्योंकि हवा की दिशा दक्षिण पूर्व होने का प्रदेश के दक्षिणी भाग में दक्षिण पूर्व से बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा के कारण बादल आएंगे। इससे बस्तर संभाग एवं उससे लगे हुए जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि 26 नवंबर को प्रदेश के मध्य और दक्षिण क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश होगी या गरज चमक के साथ छींटे पड़ेगें। वहीं 27 नवंबर को प्रदेश के दक्षिणी भाग में हल्की वर्षा होगी।
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि फिर दक्षिण से नमी वाली हवा प्रदेश में आएगी जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की स्थिति बनेगी। क्योंकि हवा की दिशा दक्षिण पूर्व होने का प्रदेश के दक्षिणी भाग में दक्षिण पूर्व से बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा के कारण बादल आएंगे। इससे बस्तर संभाग एवं उससे लगे हुए जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि 26 नवंबर को प्रदेश के मध्य और दक्षिण क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश होगी या गरज चमक के साथ छींटे पड़ेगें। वहीं 27 नवंबर को प्रदेश के दक्षिणी भाग में हल्की वर्षा होगी।
बढ़ सकती है किसानों की मुश्किल
प्रदेश में ठंड के साथ अचानक मौसम का मिजाज बदलने से किसानों को नुकसान हो सकता है। बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है ताकि किसान अपनी कटी फसलों की हिफाजत कर सके। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धान कटाई और मिंजाई का काम चल रहा है। ऐसे में बेमौसम बारिश किसानों की मेहनत पर पानी फेर सकता है।
प्रदेश में ठंड के साथ अचानक मौसम का मिजाज बदलने से किसानों को नुकसान हो सकता है। बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है ताकि किसान अपनी कटी फसलों की हिफाजत कर सके। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धान कटाई और मिंजाई का काम चल रहा है। ऐसे में बेमौसम बारिश किसानों की मेहनत पर पानी फेर सकता है।