63वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन महापौर यादव ने दिग्विजय स्टेडियम के इंडोर स्टेडियम हॉल में आयोजित 63वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन अवसर पर राजनांदगांव पहुंचे देश के विभिन्न राज्यों से पधारे प्रतिभागी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए कहा कि प्रत्येक खिलाड़ी की राजनांदगांव शहर में खेलने की इच्छा रहती है। उन्होंने कहा कि यहां शुरू से ही खेल के अनुकूल वातावरण रहा है। इस अवसर पर उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा खेल एवं खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन एवं मदद उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई योजनाओं के संबंध में प्रकाश डाला।
खेल के क्षेत्र में अपार संभावनाएं
राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष शोभा सोनी ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए खेल के क्षेत्र में भी उपलब्धि हासिल करने की अपार संभावनाएं है। उन्होंने खिलाडिय़ों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एसके भारतद्वाज ने स्पर्धा का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं आभार प्रदर्शन नगर निगम के शिक्षा सचिव संजीव मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी उच्चतर माध्यमिक शाला व युगांतर पब्लिक स्कूल के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
ये रहे नतीजे आयोजित 63वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में मेजबान छत्तीसगढ़ ने ओवर ऑल चैम्पियनशिप पर कब्जा किया। 14 वर्ष बास्केटबाल बालक वर्ग में विजेता छत्तीसगढ़, उपविजेता दिल्ली, तृतीय सीबीएससीडब्ल्यूएसओ तथा चतुर्थ हरियाणा, बालिका 14 वर्ष बास्केटबाल में विजेता छत्तीसगढ़, उपविजेता तमिलनाडु, तृतीय सीबीएसईडब्ल्यूएसओ तथा चतुर्थ गुजरात की टीम रही। फ्लोरबाल 17 वर्ष बालक में विजेता छत्तीसगढ़़, उपविजेता दिल्ली, तृतीय सीबीएससीडब्ल्यूएसओ तथा चतुर्थ विद्याभारती एवं बालिका वर्ग में विजेता विद्याभारती, उपविजेता छत्तीसगढ़, तृतीय दिल्ली तथा चतुर्थ सीबीएससीडब्ल्यूएसओ की टीम रही।
सर्वश्रेष्ठ अनुशासन के लिए मणिपुर को पुरस्कार फ्लोरबाल 19 वर्ष बालक में विजेता दिल्ली, उपविजेता कर्नाटक, तृतीय गुजरात तथा चतुर्थ छत्तीसगढ़ एवं 19 वर्ष बालिका वर्ग में विजेता कर्नाटक, उपविजेता दिल्ली, तृतीय मध्यप्रदेश एवं चतुर्थ गुजरात ने प्राप्त किया। हॉकी के 14 वर्ष बालक वर्ग में विजेता चंडीगढ़, उपविजेता पंजाब, तृतीय झारखंड एवं चतुर्थ ओड़ीसा तथा 14 वर्ष बालिका हॉकी में विजेता झारखंड, उपविजेता हरिणाया, तृतीय महाराष्ट्र एवं चतुर्थ राजस्थान की टीम रही। स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ अनुशासन के लिए मणिपुर को पुरस्कार दिया गया।