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Chhath Festival : अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देकर छठ पर्व की उपासना शुरू

locationभिलाईPublished: Nov 13, 2018 07:33:49 pm

मंगलवार को यूपी और बिहारवासियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लोगों ने भी छठ पर्व को धूमधाम से मनाया। शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देकर सभी ने सूर्य देव को प्रसन्न करने अपने-अपने ढंग से पूजा-अर्चना की।

Bhilai patrika

अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देकर छठ पर्व की उपासना शुरू

भिलाई. सिर पर रखी कच्ची बांस की टोकरी में छठी मैया का प्रसाद लेकर चल रहे घर के बुजुर्ग से लेकर युवा और उनके पीछे पूरा परिवार नंगे पैर ही घाट के लिए चल पड़ा। कोई बैंडबाजे के साथ निकला तो कई पास-पड़ौसियों के साथ तालाब पहुंचे। कुछ ऐसे भी थे जो अपने घर से तालाब तक जमीन में लोटते हुए पहुंचे। सभी के चेहरे पर छठ का उत्साह अलग ही नजर आ रहा था। घाट पर व्रती ने परिवार की सुख समृद्धि मांगी तो महिलाओं ने पुत्र की कामना की तो किसी ने मांग का सिंदूर मांगा। सुहागिनों ने मायके से लेकर ससुराल के सुख की कामना की। लोकगीतों के साथ कभी वे खुशी से झूम उठती तो कई लोकगीत उनकी आंखे नम भी कर देते…कुछ ऐसा ही नजारा था शहर के तालाबों का जहां छठ पर्व का उल्लास और उत्साह देखते ही बना।
अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देकर अपने-अपने ढंग से पूजा-अर्चना की

मंगलवार को यूपी और बिहारवासियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लोगों ने भी छठ पर्व को धूमधाम से मनाया। शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देकर सभी ने सूर्य देव को प्रसन्न करने अपने-अपने ढंग से पूजा-अर्चना की। दोपहर तीन बजे से ही व्रतधारी पहुंचे और कमर तक पानी में उतरकर करीब दो घंटे से ज्यादा खड़े रहे। शाम साढ़े पांच बजे जैसे ही सूर्यदेव अस्त हो चले वैसे ही घाट पर परबैतिन ने डूबते सूरज को अघ्र्य दिया और अपने-अपने घरों को लौटे। इस दौरान शहर के 20 से अधिक तालाबों के किनारे मेले सा माहौल रहा। बच्चे आतिशबाजी कर रहे थे।
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