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अमेरिका में छाई छत्तीसगढ़ की बेटी पपीहा, खुद का रेडियो स्टेशन चलाकर विदेशियों को बनाया हिंदी गीतों का दीवाना

locationभिलाईPublished: Mar 09, 2020 02:18:41 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

32 साल पहले शादी कर अमेरिका के सेंट होजे शहर के सिलिकान वैली में रहने वाली पपीहा नंदी काजी ने वहां जाकर न सिर्फ अपना खुद का रेडियो स्टेशन शुरू किया बल्कि पिछले 15 सालों से वे खुद का टीवी शो चला रही है।

अमेरिका में छाई छत्तीसगढ़ की बेटी पपीहा, खुद का रेडियो स्टेशन चलाकर विदेशियों को बनाया हिंदी गीतों का दीवाना

अमेरिका में छाई छत्तीसगढ़ की बेटी पपीहा, खुद का रेडियो स्टेशन चलाकर विदेशियों को बनाया हिंदी गीतों का दीवाना

कोमल धनेसर @भिलाई. हमारी अपनी हिन्दी… भले ही देश में दूसरे दर्जे पर बोली जाती हो पर अमेरिका जैसे देश में हिन्दी के दीवाने कई है। बात फिल्मी गीतों की हो या देश की संस्कृति की अमेरिका के लाइफ स्टाइल की बातें इसे वहां लोगों को हिन्दी में सुनने और देखने की आदत डाली भिलाई की बेटी पपीहा नंदी ने। 32 साल पहले शादी कर अमेरिका के सेंट होजे शहर के सिलिकान वैली में रहने वाली पपीहा नंदी काजी ने वहां जाकर न सिर्फ अपना खुद का रेडियो स्टेशन शुरू किया बल्कि पिछले 15 सालों से वे खुद का टीवी शो चला रही है। वे केवल सिर्फ अपने शो के लिए मशहूर नहीं बल्कि उनकी पहचान गार्ड मदर ऑफ सिलिकॉन वैली के नाम से भी फेमस है।
भारत से अमेरिका जाने वाली महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को रोकने और उन्हें न्याय दिलाने वे अपने एनजीओ लीड इन हील्स के जरिए मदद कर रही है। साथ ही वे भारत के कई महिलाओं के एनजीओ को भी आर्थिक मदद पहुंचा रही है ताकि वे सशक्त हो बन सकें। वे बताती हैं कि उन्होंने अपने घर में ही घरेलू हिंसा को काफी करीब से देखा और जब वे महिलाओं को असहाय देखती है तो उनकी मदद को तुरंत पहुंचती है। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले वे राजनांगांव में पद्मश्री फूलबासन के साथ रहकर आई है और वे जल्द ही उनकी संस्था को भी आर्थिक मदद कर उन्हें और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की कोशिश करेंगी।
अमेरिका में बनाई पहचान
पपीहा ने बताया कि भिलाई के सीनियर सेकंडरी स्कूल सेक्टर 10 एवं रविवि से अपनी पढ़ाई पूरी कर वे मुंबई चली गई। जहां उन्होंने अंग्रेजी अखबारों में काम किया और 1988 में कर्मशियल पॉयलट तनशीर काजी के संग ब्याह कर अमेरिका चली गई। वहां उन्हें एक रेडियो स्टेशन में काम करने का मौका मिला पर उस स्टेशन के डायरेक्टर उनके शुरुआती कुछ प्रोग्राम के बाद आगे के एपीसोड प्रसारित नहीं कर पाए। कुछ सालों बाद उसी रेडियो स्टेशन के मालिक ने उन्हें उसे खरीदने का ऑफर दे दिया। उन्होंने किसी तरह रकम जुटाई और स्टेशन फिर से शुरू किया। बस क्या था अपने तीन कार्यक्रम घुंघरू, रिमझिम के जरिए वे खूब हिट हो गई। हिन्दी फिल्मी गीतों के संग हिन्दी में एंकरिंग से कैलिफोर्निया के लोग दीवाने हो गए। उन्होंने 23 साल तक इस रेडियो को जिंदा रखा। तभी उन्हें टीवी में हिन्दी शो का ऑफर आया और वे उसमें आगे बढ़ निकली। अपने शो सलाम नमस्ते विथ पपीहा, लाइफ स्टाइल विथ पपीहा एवं सत्यमेय जयते की तर्ज पर बने कार्यक्रम एकला चालो रे… वे लोगों के बीच काफी फेमस हो गई।
देश में बढ़ाया मदद का हाथ
पपीहा केवल अमेरिका में ही नहीं बल्कि भारत में भी महिलाओं की मदद कर रही है। वे ऐसी संस्थाओं से जुड़ी है जो घरेलू हिंसा, एसिड अटैक, मानव तस्करी, सहित महिला उत्पीडऩ को रोकने का कार्यकर रही। उन्होंने बताया कि बराक ओबामा जब राष्ट्रपति थे तब उन्होंने अपने एनजीओ के जरिए अमेरिका में घरेलू हिंसा की शिकार भारतीय महिलाओं के पुनर्वास के लिए एक कानून भी बनवाया जिससे वे महिलाएं शेल्टर होम में रहकर खुद को आत्मनिर्भर बना सकें।
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