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बीएसपी कर्मियों के लिए एक्शन में सीटू

locationभिलाईPublished: Jun 18, 2019 03:44:54 pm

Submitted by:

Abdul Salam

बीएसपी आवासों में आ रहे गंदे पानी को बोतल में लेकर सीटू पदाधिकारी नगर सेवांए विभाग पहुंचे. अधिकारी से कहा इसको पी सकते हो। छा गई खामोशी.

BHILAI

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भिलाई . बीएसपी टाउनशिप के सेक्टर-7 एवेंन्यू ए के मकान में नल से गंदा पानी 15 दिनों से पहुंच रहा था। इसका बोतल में नमूना लेकर सीटूू के पदाधिकारी नगर सेवाएं विभाग में पहुंचे। बोतल को बढ़ाते हुए कहा कि इस पानी को आप पी सकते हैं क्या। अधिकारी ने गंदा पानी देखकर मुंह बनाने लगा। तब यूनियन ने पूछा कि जब इस पानी को अधिकारी नहीं पी सकते, तो बीएसपी कर्मचारी का परिवार कैसे पी सकता है।
कंप्लेंट करने के बाद भी करते हैं खानापूर्ति
यूनियन ने बताया कि शिकायत करने के बाद अधिकारी विभाग महज खानापूर्ति करता है। सेक्टर-7 के लोगों ने इसकी शिकायत इंक्वायरी ऑफिस सेक्टर-8 में किए थे। इसके बाद अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर लाइन की खुदाई करके पाइप भी बदल दिए, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
भरा रहता है पानी
पानी यहां भरा रहता है, जिससे यहां पाइप लाइन पर खुदाई नहीं किया जा पा रहा है। काम होने के बाद एक पेपर लेकर कोई व्यक्ति आया और कहने लगा कि इसमें दस्तखत कर दीजिए जिसमे दर्ज था कि आपका काम हो चुका है व आप उस काम से संतुष्ट हैं। इस पर स्थानीय लोगों ने फटकारा तो पर वह व्यक्ति वहां से चला गया। अभी भी गंदा पानी आने क्रम जस का तस बना हुआ है।
दिखाया कीड़े
सीटू के महासचिव डीवीएस रेड्डी ने बताया कि टीम गंदे पानी व कीड़े तैर रहे पानी के साथ मैग्नीफाइंग ग्लास भी लेकर नगर सेवाएं विभाग पहुंचे व अधिकारियों के सामने बोतल रखते हुए मैग्नीफाइंग ग्लास से उन कीड़ों को दिखाया। इसके साथ बताया कि बीएसपी के कर्मी अपने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भरोसा करते हुए सामान्यत: घरों में आरो मशीनों भी नहीं लगाते हैं। पाइप लाइन डैमेज होने के चलते इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, तो इसको जल्द से जल्द मरम्मत करने की जिम्मेदारी विभाग की है। यहां खानापूर्ति से काम चल रहा है।
शुरू के 15 मिनट है गंदा पानी
यूनियन ने अधिकारियों को बताया की रोज पानी आने के समय कुछ जगहों में 10 से 15 मिनट तक गंदा पानी आने की शिकायत लगातार मिलती रहती है। इसका मतलब यह है कि उस गंदा पानी आने वाले घर के आस-पास का पाइप लाइन कहीं से फूटा हुआ है। पानी बंद होते समय वह गंदगी पाइप लाइन के अंदर चला जाता है, जो दूसरे दिन पानी आते समय पहले नलों से बाहर आता है।
वाटर पाइप लाइन पर प्रबंधन नहीं कर रहा है काम
यूनियन के रुखम सिंह तारम ने कहा कि भिलाई के अंदर पाइप लाइन की बड़ी समस्या है। बरसों पहले बिछाए हुए पाइप लाइन जंग खा कर डैमेज होते चले जा रहे हैं, इस लिए इन पाइप लाइनों को बदलने के लिए बड़े स्तर पर निर्णय लेकर काम शुरू करना बहुत जरूरी है। संयंत्र प्रति दिन एक व्यक्ति के लिए करीब 400 लीटर से ज्यादा पानी छोड़ रहा है। लेकिन यह पानी डैमेज पाइप लाइनों व बिना टोटी वाले नलों के कारण गटर व नालियों में बह जाते हैं।
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