राज्यसभा सदस्य को लेकर भाजपा पार्षद और मेयर हुए आमने-सामने
भारतीय जनता पार्टी के पार्षद चंद्रप्रकाश पाण्डेय ने सभापति कृष्णा चंद्राकर से मांग किया कि देवबलौदा महोत्सव को राजनीतिक सभी मिलकर मनाएं। दो साल तक कोरोना की वजह से दूर से ही पूजा पाठ कर लोग लौटे हैं। इस साल जल करीब से चढ़ाना है। उन्होंने कहा कि अतिथियों में राज्यसभा सदस्य सरोज पाण्डेय और दुर्ग के सांसद विजय बघेल के नाम को भी शामिल किया जाए।
प्रोटोकॉल का रखना होगा ध्यान
भाजपा पार्षद की मांग पर मेयर निर्मल कोसरे ने कहा कि प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा। दुर्ग के सांसद का नाम इसमें शामिल किया जा सकता है, लेकिन राज्यसभा सदस्य के लिए जगह नहीं बनती। इस पर सभापति ने भी कहा कि प्रोटोकॉल को ध्यान में रखना होगा। इसके बाद ही तय किया गया कि पहले दिन और दूसरे दिन कौन-कौन अहम मेहमान होंगे।
दो दिन का हो महोत्सव
पार्षद भारती राम सूर्यवंशी, देवबलौदा के पार्षद और भाजपा के पार्षदों ने भी महोत्सव को दो दिन रखने की बात कही। इस पर मेयर और सभापति दोनों ने ही कहा कि सर्वसम्मति से यह फैसला तय किया जाता है कि दो दिन का महोत्सव होगा। इस पर सभी सदस्यों ने तालियों की गडग़ड़हट से इस फैसले का स्वागत किए। मेयर ने कहा कि सभी 40 पार्षद व्यवस्था को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। अलग-अलग स्थान पर दो दिनों तक जिम्मेदारी निभाएं। बैठक में कांग्रेस और भाजपा के 4-4 सदस्य मौजूद नहीं थे।
9 लाख से अधिक होगा खर्च
भिलाई-चरोदा नगर पालिक निगम के आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर की मौजूदगी में सचिव अश्विनी चंद्राकर ने बताया कि करीब 9.35 लाख रुपए दो दिन के महोत्सव में खर्च आने की उम्मीद है। भाजपा के सीनियर पार्षद फिरोज फारूखी ने कहा कि अब तक जिस तरह से सभी पार्षद साथियों के साथ मिलकर देवबलौदा महोत्सव को मनाया जाता है, वैसे ही इस साल भी एकजुट होकर मनाएं।
खर्च का जगह तय
हर साल की तरह देवबलौदा महोत्सव में खर्च तय ही होता है। जिसमें कलाकारों को प्रोत्साहन राशि 2.60 लाख, दो दिवसीय स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन राशि 40 हजार, मंच सज्जा 40 हजार, पंडाल, कुर्सी वगैरह 2 लाख, कलाकारों का भोजन व्यवस्था 1 लाख समेत अन्य खर्च शामिल है।