scriptअंजोरा में कमला देवी का धान तौलकर सीएम ने खरीदी का शुभारंभ किया | CM inaugurated the purchase by weighing kamal devi paddy | Patrika News

अंजोरा में कमला देवी का धान तौलकर सीएम ने खरीदी का शुभारंभ किया

locationभिलाईPublished: Nov 15, 2017 10:26:42 pm

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पहले दिन अंजोरा के धान खरीदी केन्द्र में पहुंचकर मगरलोटा की किसान कमलादेवी का धान बोरी से निकाल तौलने रखा।

Launch of Rice Purchase
राजनांदगांव. समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की आज से प्रदेशभर में शुरूआत हुई। राजनांदगांव में एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पहले दिन अंजोरा के धान खरीदी केन्द्र में पहुंचकर मगरलोटा की किसान कमलादेवी का धान बोरी से निकाल तौलने रखा। सीएम ने किसानों से बात कर धान खरीदी को लेकर उनकी प्रतिक्रिया भी पूछी।
प्रदेशव्यापी धान खरीदी की शुरूआत

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह बुधवार को राजनांदगांव जिले के कोपेडीह और अंजोरा क्षेत्र में कार्यक्रम के सिलसिले में आए थे। आज से ही प्रदेशव्यापी धान खरीदी की शुरूआत भी हुई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर धान खरीदी की प्रक्रिया का भी जायजा लिया। वे आज दोपहर सोमनी क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्र अंजोरा पहुंचे। उन्होंने यहां पहले दिन धान बेचने आये किसानों से उनकी खुशियां बांटी।
किसानों से की बात
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने केन्द्र में धान बेचने आई मगरलोटा गांव की किसान कमलादेवी का धान तौल के लिए रखा। इस किसान की धान को सीएम ने तौलने के साथ ही किसानों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि सरकार अन्नदाता के उपजाए एक-एक अन्न के दाने का महत्व समझती है। उन्होंने कहा कि इस बार बोनस तिहार के अवसर पर किसानों के चेहरे में जो खुशी दिखी, उससे बहुत संतोष मिलता है।
अफसरों से ली जानकारी
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने वहां मौजूद अधिकारियों से धान खरीदी की प्रगति के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि अंजोरा उपार्जन केंद्र में अब तक 7 किसानों ने 293 क्विंटल धान बेच लिया है।
पहले दिन 460 किसानों ने बेचे धान

धान खरीदी के पहले दिन 460 किसानों ने 15 हजार 921 क्विंटल धान की बिक्री की। बिक्री हुए धान की कीमत 2 करोड़ 51 लाख के आस-पास है। गौरतलब है कि जिले में 114 खरीदी केन्द्र हंै। पहले दिन 82 केन्द्रों में धान की खरीदी हुई। 32 केन्द्रों में बोहनी नहीं हुई है। कुछ जगहों के खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था रही। पीने के पानी, छांव की भी व्यवस्था नहीं की गई थी। अल्पवर्षा व सूखे के बाद भी इस साल समर्थन मूल्य में धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ गई है। पिछले साल जहां 1 लाख 22 हजार 841 किसानों ने पंजीयन कराया था। इस साल इसकी संख्या बढ़ कर 1 लाख 31 हजार 134 हो गई है।
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