scriptBreaking news भिलाई टाउनशिप से एकत्र किए गए नमूने से एडीस मच्छर की पुष्टि | Confirmation of Aedes mosquito from samples collected from Bhilai | Patrika News

Breaking news भिलाई टाउनशिप से एकत्र किए गए नमूने से एडीस मच्छर की पुष्टि

locationभिलाईPublished: Jun 12, 2021 11:16:10 pm

Submitted by:

Abdul Salam

लापरवाही बरत रहे लोग.

Breaking news भिलाई टाउनशिप से एकत्र किए गए नमूने से एडीस मच्छर की पुष्टि

Breaking news भिलाई टाउनशिप से एकत्र किए गए नमूने से एडीस मच्छर की पुष्टि

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप में सेक्टर-4 के जिस मकान में एक डेंगू की सस्पेक्टेड मरीज मिली है, उसके घर से लगे हुए मकान के सामने मवेशियों को पीने के लिए पानी देने का दो पात्र रखा हुआ है। इसमें मौजूद लार्वा को शुक्रवार के दिन जिला मलेरिया विभाग ने एकत्र किया था। शनिवार को प्यूपा, मच्छर में तब्दील हो गया। उसके पैर और पंख में सफेद स्पॉट मिले हैं, जिसके बाद पुष्टि हो गया कि वह डेंगू बुखार फैलाने वाला एडीस मच्छर ही है। जिसके बाद तीनों विभाग की संयुक्त टीम ने शनिवार को फिर मौके का दौरा किया। इस दौरान घर-घर जाकर कूलर देखा और पानी की निकासी भी की।

मलेरिया रोधी माह में पहुंचा डेंगू का एडीस मच्छर
जिला में इस वक्त मलेरिया रोधी माह मनाया जा रहा है। ऐसे में भिलाई के एक क्षेत्र में डेंगू बुखार फैलाने वाला एडीस मच्छर ने दस्तक दिया है। जिस तरह से जिला मलेरिया विभाग ने तुरंत आसपास मौजूद पात्रों में एकत्र साफ पानी से नमूना एकत्र कर लिया। उससे यह तो साफ हो गया कि टाउनशिप में फिर एक बार एडीस मच्छर पनप रहा है।

156 घरों में 355 कूलर
सस्पेक्टेड मरीज मिलने के बाद शनिवार को जिला मलेरिया विभाग, नगर पालिक निगम, भिलाई और पीएचडी विभाग की टीम सेक्टर-4 पहुंची। यहां 156 घरों में दस्तक दिए, जिसमें 355 कूलर थे। इनमें से 205 कूलरों से पानी खाली करवाया गया। कूलर खाली करवाने के बाद उसमें टेमीफास की दवा डाली गई। जिससे नमी में लार्वा जन्म न ले सके। इसी तरह से लोगों के घरों के सामने रखे पात्र और पीछे पानी की टंकी का भी जायजा लिए।

लापरवाही बरत रहे लोग
जिला मलेरिया अधिकारी, दुर्ग डॉक्टर सीबीएस बंजारे ने कहा कि तीन साल पहले जिला में डेंगू की वजह से मौतें हुई थी। यह बात किसी से छुपी नहीं है। तब से लेकर अब तक हर कई बार इससे संबंधित पर्चा जिला स्वास्थ्य विभाग, निगम और बीएसपी घर-घर पहुंचा चुकी है। बावजूद इसके पहले की गलती लोग दोहरा रहे हैं। गर्मी के बाद कूलर से पानी नहीं निकालते। दवा दिया जाता है, लेकिन उसका भी उपयोग हर कोई नहीं कर रहा है। लोगों की मदद के बगैर लार्वा के स्रोत को कैसे खत्म किया जा सकता है। घर में मौजूद खराब टायर में एकत्र साफ पानी में लार्वा पनप जाता है, वहां तक तो घर वालों को ही पहुंचना है।

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