मंगलवार को सुपेला लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल के तीन डॉक्टरों की टीम प्रभारी डॉ. पीएन सिंह, डॉ. ए नागदवे और डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव ने शव का पोस्टमटर्म किया। सुपेला टीआई सुरेश धु्रव की मौजूदगी में वीडियोग्राफी भी कराई गई। डॉक्टरों के मुताबिक शोल्डर और गले में गहरे चोट के निशान मिले है। हत्यारों ने गुप्तीनुमा हथियार से पीठ पर हमला किया है जो करीब 8 इंच शरीर में घुस गया। इससे हार्ट और फेफड़ा फट गया।
सीएम के नाम का गुहार लगा रही एक रूदन भरी आवाज किसी और की नहीं सूरज की बहन रश्मि वर्मा की थी। रो-रोकर वह कह रही थी कि सीएम के गृह क्षेत्र में कांग्रेसी पार्षद की हत्या हुई है। उसने अपना भाई खोया है। पुलिस हत्यारों को क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है? एक दिन पहले ही सूरज का जन्मदिन मनाया था। उसने पोस्टर में लिखवा दिया था कि अब की बार सूरज की सरकार। इससे बड़े नेता नाराज हो गए थे। वह कुछ लोगों की आंखों में खटक रहा था।
सूरज का एक मुंहबोला भाई सुबह करीब 11 बजे घटना स्थल पर पहुंचा। उसने बताया कि सूरज के साथ तीन लोग थे। पाजी, दाढ़ी और एक अन्य साथी। घटना के समय वह गाड़ी लेने चला गया था। कुछ लोग संदेह के दायरे में है। यदि पुलिस पूछताछ करेगी तो मामला खुल सकता है। उसने यह भी बताया कि जुए में हारने वालों को सूरज समान गिरवी रखकर पैसा देता था।
सूरज के पिता रामजी बंछोर बीएसएनएल से सेवानिवृत्त हो चुके है। सूरज घर का एकलौता चिराग था। उसकी दो बहने रश्मि वर्मा और रत्ना वर्मा है। सूरज की एक बेटी अंशिका बंछोर (14 वर्ष) और बेटा तथ्य उर्फ श्रृतन बंछोर (10 वर्ष) है। इस घटना से बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बहन रश्मि के साथ परिवार और मोहल्ले के लोग सड़क पर उतर गए। करीब आधे घंटे तक सड़क जाम कर दिया। डीएसपी विश्वास चंद्राकर ने समझाने का प्रयास किया। रश्मि बार-बार कह रही थी कि भाई पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। अब हमारे भतीजी और भतीजे की जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या प्रशासन बच्चों की पढ़ाई और भरण-पोषण करेगा। जाम से ट्रांसपोर्ट नगर आने-जाने वाले हैवी वाहन खड़े रहे।
रातभर आरोपियों की खोजबीन के बाद एएसपी संजय ध्रुव घटना स्थल पर पहुंचे। थोड़ी देर में आईजी ओपी पाल आने वाले थे। वे रास्ते में ही थे कि घटनास्थल पर पड़ी अधजली सिगरेट को उठाने डीएसपी का वाहन चालक दौड़ पड़ा। उसने सिगरेट उठाया और एक कागज में लपेटकर रख लिया। यह एक बड़ा सबूत बन सकता था, लेकिन पुलिस ने मौके से सिगरेट को अपने कब्जे में नहीं लिया।
बंधवा तालाब के आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि सरकारी स्कूल के मैदान में खुला जिम है। यहां असमाजिक तत्वों का आना जाना रहता है। बड़ी-बड़ी गाडिय़ां देर रात तक खड़ी रहती है। मंदिर के पास और बरगद पेड़ के नीचे चटाई बिछाकर लोग खुलेआम जुआ खेलते हैं। लाखों रुपए का जुआ चलता है। पुलिस सिर्फ स्कूल तक वह भी कभी-कभार आती है। तालाब की तरफ कभी नहीं जाती। जुआ खेलने की जानकारी पुलिस को है। इस पर एएसपी संजय ध्रुव का कहना है कि यह एरिया बहुत अंदर है। पुलिस कहां तक जाएगी। यह स्थान उन्हें मालूम भी नहीं होगा।
पुलिस की लापरवाही सामने आएगी तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी सवाल- कांग्रेस पार्षद की खुलेआम हत्या से पुलिसिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं?
जवाब- सोमवार की रात को मर्डर हुआ है। पुलिस तफ्तीश कर रही है।
सवाल- प्रथम दृष्टया जांच में क्या मिला है?
जबाब- आपसी विवाद लग रहा है। लेन-देन की बात भी समाने आ रही है। सवाल- घटनास्थल पर जुआ चलता था। यह जुए से जुड़ी घटना तो नहीं है?
जबाव- हो सकता है। सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच कराई जा रही है।
सवाल- यह सीएम का गृह क्षेत्र है। पुलिस ने जुए पर कभी कार्रवाई नहीं की?
जवाब: पुलिस की लापरवाही सामने आएगी तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।