गृहमंत्री को चुनौती देने वाले पूर्व पार्षद चुम्मन देशमुख का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था। मंत्री ने कुछ कमियां देखी होगी, इस लिए हमारा पार्षद टिकट काट दिया। इसलिए हम 21 वार्डों में निर्दलीय पैनल उतार रहे है। सभी जीतोड़ मेहनत में जुट गए है। निकाय सरकार निर्दलीय की ही बनेगी। जनता दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को नकार देगी।
भिलाई-चरोदा नगर पालिक निगम की 40 सीटों पर हो रहे चुनाव में नाम वापसी का अंतिम दिन था। दोपहर तीन बजे तक भाजपा और कांग्रेस संगठन से जुड़े नेता अलग-अलग वार्ड के रूठे दावेदारों को मनाकर लाते रहे। समय समाप्त होने तक कुल 23 अभ्यर्थियों ने नाम वापस लिया। जिसमें कांग्रेस के दस और भारतीय जनता पार्टी से 9 लोग शामिल हैं। कांग्रेस और भाजपा ने सोमवार को बी फार्म भी जमा कर दिया। भाजपा की लिस्ट में वही नाम थे, जबकि कांग्रेस ने दो वार्ड के प्रत्याशियों को बदल दिया है।
कांग्रेस ने बी फॉर्म जमा करने से पहले दो प्रत्याशियों के नाम को बदला है। जिसमें वार्ड-18 से कमलेश कुमार साहू की जगह अब अभिषेक वर्मा को टिकट दिया गया है। इसी तरह से वार्ड-34 से शकुंतला जांगड़े की जगह अब विमला सेनापति चुनाव लड़ेगी। विमला सेनापति पूर्व में भी पार्षद रही हैं।
पार्टी के नेता हाथ पकड़कर नामांकन वापस लेने के लिए गुलशन ढींढे को अपने साथ लेकर आए। वे बेहद नाराज थे, उन्होंने पार्टी के नेताओं को खरी-खरी सुना दी। उन्होंने कहा कि अहिवारा से चुनाव लड़ाने के लिए पार्टी से जिसका नाम दिल्ली तक भेजा जाता है, उसको एक वार्ड में टिकट के लायक नहीं समझा जाता। नेता तीन अलग-अलग वार्डों से नामांकन दाखिल करवाए और टिकट कहीं से नहीं दिए। इससे कार्यकर्ता भी निराश होते हैं।
वार्ड-3 से हीरा साहू, वार्ड-9 से गीता साहू, वार्ड-16 से धनेश्वरी साहू, वार्ड-19 कीर्ति नायक, वार्ड-23 से केवर लक्ष्मी, वार्ड-33 से गुलशन ढींढे, वार्ड-35 से अशोक देशलहरा, वार्ड-40 से हेमलाल नौरंग, वार्ड-37 से पुरुषत्तम।
वार्ड-1 से नजबीन परवीन, वार्ड-10 से राजेश बघेल, वार्ड-13 से रानी वर्मा और सीमा शर्मा, वार्ड-17 से भागीरती निर्मलकर, वार्ड-18 कमलेश कुमार, वार्ड-19 संजय साहू, वार्ड-21 संदीप साहू, वार्ड-30 गिरिवर साहू, वार्ड-32 से आरजी वर्मा और विद्याचरण नायक।