लोकसभा के नेताप्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्रकारवार्ता में यह कहा उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा नोटबंदी जनहित के आधार पर है। इससे करप्शन रोकने। देश में चल रही फेक करेंसी बंद करने में, आतंकवाद को खत्म करने में होगा। यह सभी को मालूम है कि नोटबंदी के बाद जितने नोट सर्कुलेशन में थे, वह पूरे नोट वापिस रिजर्व बैंक में आ गए हैं। आतंकवाद कितना खत्म हुआ है, वह देश की जनता के सामने है।
नोटबंदी से नहीं हुआ फायदा
उन्होंने कहा कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, वर्तमान गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा है कि नोटबंदी से फायदा नहीं हुआ है। रघुराम राजन ने कहा देश की स्थिति बद्तर हो रही है। इसके पीछे वजह नोटबंदी और जीएसटी है। इसे जिस तरीके से लागू किया उससे किसी गरीब को फायदा नहीं हुआ। इसका नुकसान व्यापारियों व गरीबों को पड़ा है। महंगाई की मार से देश की जनता परेशान है।
उन्होंने कहा कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, वर्तमान गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा है कि नोटबंदी से फायदा नहीं हुआ है। रघुराम राजन ने कहा देश की स्थिति बद्तर हो रही है। इसके पीछे वजह नोटबंदी और जीएसटी है। इसे जिस तरीके से लागू किया उससे किसी गरीब को फायदा नहीं हुआ। इसका नुकसान व्यापारियों व गरीबों को पड़ा है। महंगाई की मार से देश की जनता परेशान है।
रोजगार न मांगे शिक्षित बेरोजगार
12 फीसदी शिक्षा थी, उसे बढ़ाने के लिए हर गांव में स्कूल खोलने की तैयारी कर स्कूल खोला भी। यहां सरकारी स्कूलें बंद हो रही है। 4000 से अधिक शिक्षक की कमी है। एक ओर अधिक से अधिक को शिक्षित करने की बात कह रहे हैं। दूसरी ओर बच्चों को शिक्षित होने से रोक रहे हैं, ताकि शिक्षित होने के बाद वे रोजगार न मांगे। यह सरकार की बड़ी योजना है।
12 फीसदी शिक्षा थी, उसे बढ़ाने के लिए हर गांव में स्कूल खोलने की तैयारी कर स्कूल खोला भी। यहां सरकारी स्कूलें बंद हो रही है। 4000 से अधिक शिक्षक की कमी है। एक ओर अधिक से अधिक को शिक्षित करने की बात कह रहे हैं। दूसरी ओर बच्चों को शिक्षित होने से रोक रहे हैं, ताकि शिक्षित होने के बाद वे रोजगार न मांगे। यह सरकार की बड़ी योजना है।
लोगों को शराब पीने सरकार कर रही है प्रोत्साहित
दूसरे राज्य में शराब दुकान ठेके पर चल रही है। लोगों को शराब पीने से रोका जाता है। वहीं छत्तीसगढ़ में सरकार खुद शराब दुकान खोलकर बेच रही है। इस तरह से सरकार लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। नाराज लोग चाहते हैं कि 15 साल हो गए अब भाजपा से मुक्ति चाहिए। यह सरकार जनता के हित में काम नहीं कर रही है।
दूसरे राज्य में शराब दुकान ठेके पर चल रही है। लोगों को शराब पीने से रोका जाता है। वहीं छत्तीसगढ़ में सरकार खुद शराब दुकान खोलकर बेच रही है। इस तरह से सरकार लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। नाराज लोग चाहते हैं कि 15 साल हो गए अब भाजपा से मुक्ति चाहिए। यह सरकार जनता के हित में काम नहीं कर रही है।
भाजपा में जुमले वाले नेता
पीएम मोदी और अध्यक्ष शाह दोनों जुमलेबाजी बहुत करते हैं। जब काला धन की बात हुई, तब 100 दिन मांगा, एमएसएमई को लोन 59 मिनट में मिलेगा बोला। यह भी एक जुमला जुड़ा। सरकार ऐसी है ऊपर शेरवानी अंदर परेशानी।
पीएम मोदी और अध्यक्ष शाह दोनों जुमलेबाजी बहुत करते हैं। जब काला धन की बात हुई, तब 100 दिन मांगा, एमएसएमई को लोन 59 मिनट में मिलेगा बोला। यह भी एक जुमला जुड़ा। सरकार ऐसी है ऊपर शेरवानी अंदर परेशानी।
मुख में राम बगल में छुरी
यूपी के सीएम योगी पर उन्होंने कहा कि साधू भेस में फिर रहे हैं, मुख में राम बगल में छुरी। उनकी बात सुनकर हिन्दू हैं या नहीं किसको बताना है। सफेद कपड़े वाला हिन्दू नहीं है क्या।
यूपी के सीएम योगी पर उन्होंने कहा कि साधू भेस में फिर रहे हैं, मुख में राम बगल में छुरी। उनकी बात सुनकर हिन्दू हैं या नहीं किसको बताना है। सफेद कपड़े वाला हिन्दू नहीं है क्या।
चुनाव में क्यों उठाते हैं राम मंदिर का मुद्दा
पीएम नरेंद्र मोदी साढ़े तेरह साल गुजरात में मुख्यमंत्री थे, तब राम मंदिर के मुद्दे को नहीं उठाया। चुनाव पांच में है तब यह शुरू हो गया। लोग पूछ रहे हैं कि जब-जब चुनाव आता है तब भगवान राम, कृष्ण की याद आती है। एकता की बात आती है, तब वल्लभ भाई पटेल जी का नाम याद आता है। महाराष्ट्र जाते हैं, तब बाबा साहेब अंबेडकर की याद आती है। आजादी की बात करते हैं, तब नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आद आती है। जो लोग देश की आजादी के लिए गोली खाए, शहीद हुए उनकी याद नहीं आती है।
पीएम नरेंद्र मोदी साढ़े तेरह साल गुजरात में मुख्यमंत्री थे, तब राम मंदिर के मुद्दे को नहीं उठाया। चुनाव पांच में है तब यह शुरू हो गया। लोग पूछ रहे हैं कि जब-जब चुनाव आता है तब भगवान राम, कृष्ण की याद आती है। एकता की बात आती है, तब वल्लभ भाई पटेल जी का नाम याद आता है। महाराष्ट्र जाते हैं, तब बाबा साहेब अंबेडकर की याद आती है। आजादी की बात करते हैं, तब नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आद आती है। जो लोग देश की आजादी के लिए गोली खाए, शहीद हुए उनकी याद नहीं आती है।
गांधी जी को मारा गोली
इस विचारधारा के लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली मारा। वे कहते हैं तुम देशप्रेमी नहीं हो। चुनाव के समय इमोशनल चीजों को उठाना इनका काम है। असल में काम क्या किए जिसके आधार पर वोट मांगें।
इस विचारधारा के लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली मारा। वे कहते हैं तुम देशप्रेमी नहीं हो। चुनाव के समय इमोशनल चीजों को उठाना इनका काम है। असल में काम क्या किए जिसके आधार पर वोट मांगें।
55 साल में क्या किए
भाजपा पूछती है कांग्रेस ने 55 साल में क्या किया, अगर कुछ नहीं करते, तो भिलाई इस्पात संयंत्र आता, एचएमटी, भेल आता, हीराकुंड, बीएचईएल, सिचाई के साधन इतने बनते। जिस देश में अन्न के लिए तरसते थे, वैसे देश में इतना कृषि का उत्पादन किया कि आज पूरा गोडाउन भर गए। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लाकर तीन रुपए केजी में अब उसे 1 रुपए केजी में देने का वादा किया जा रहा है।
भाजपा पूछती है कांग्रेस ने 55 साल में क्या किया, अगर कुछ नहीं करते, तो भिलाई इस्पात संयंत्र आता, एचएमटी, भेल आता, हीराकुंड, बीएचईएल, सिचाई के साधन इतने बनते। जिस देश में अन्न के लिए तरसते थे, वैसे देश में इतना कृषि का उत्पादन किया कि आज पूरा गोडाउन भर गए। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लाकर तीन रुपए केजी में अब उसे 1 रुपए केजी में देने का वादा किया जा रहा है।
सोने का एक्टिंग करने वालों को नहीं जगा सकते
कांग्रेस से जिस तरह पूछा जाता है क्या किए, जो सो रहा है उसे जगाया जा सकता है। वहीं जो जागते हुए सोने का ढोंग करता है, उसे नहीं जगाया जा सकता।
कांग्रेस से जिस तरह पूछा जाता है क्या किए, जो सो रहा है उसे जगाया जा सकता है। वहीं जो जागते हुए सोने का ढोंग करता है, उसे नहीं जगाया जा सकता।
गुटबाजी खत्म की राहुल ने
किसके चेहरे पर लड़ रहे चुनाव, इस सवाल को टालने के लिए उन्होंने मुहावरा कहा बकरीद में बचेंगे तो मुहर्रर में नाचेंगे। पहले चुनाव जीतना लक्ष्य है। इसके बाद हो जाएगा। वहीं प्रदेश के बड़े नेताओं में गुटबाजी पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी नेताओं को बैठाकर मनमुटाव दूर कर दिया है। अब सभी का लक्ष्य चुनाव जीतना है। इस मौके पर पूर्व विधयाक भजन सिंह निरंकारी, सीजू एंथोनी मौजूद थे।
किसके चेहरे पर लड़ रहे चुनाव, इस सवाल को टालने के लिए उन्होंने मुहावरा कहा बकरीद में बचेंगे तो मुहर्रर में नाचेंगे। पहले चुनाव जीतना लक्ष्य है। इसके बाद हो जाएगा। वहीं प्रदेश के बड़े नेताओं में गुटबाजी पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी नेताओं को बैठाकर मनमुटाव दूर कर दिया है। अब सभी का लक्ष्य चुनाव जीतना है। इस मौके पर पूर्व विधयाक भजन सिंह निरंकारी, सीजू एंथोनी मौजूद थे।