30 मिनट का लिए ब्लॉक लेकर चढ़ाए 33.5 मीट्रिक टन गर्डर को
इस फुट ओवर ब्रिज को बनाने के लिए गुरुवार को 30 मिनट का ब्लॉक लिए, जिसके बाद पहला गर्डर लॉन्चिंग किए। कॉलोनी से प्लेटफॉर्म नंबर 1-2 के बीच करीब 33.365 मीटर स्पान का गर्डर लॉन्चिंग किए। यह गर्डर करीब 33.5 मीट्रिक टन वजनी है। इस गर्डर को लॉन्चिंग करने के लिए 400 मीट्रिक टन क्रेन का उपयोग किए।
इस फुट ओवर ब्रिज को बनाने के लिए गुरुवार को 30 मिनट का ब्लॉक लिए, जिसके बाद पहला गर्डर लॉन्चिंग किए। कॉलोनी से प्लेटफॉर्म नंबर 1-2 के बीच करीब 33.365 मीटर स्पान का गर्डर लॉन्चिंग किए। यह गर्डर करीब 33.5 मीट्रिक टन वजनी है। इस गर्डर को लॉन्चिंग करने के लिए 400 मीट्रिक टन क्रेन का उपयोग किए।
20 को लेंगे ब्लॉक
फुट ओवर ब्रिज में लगाए जाने वाले दूसरे गर्डर को 20 जुलाई 2019 को चढ़ाने की योजना है। यह गर्डर प्लेट फार्म नंबर 1-2 से 3-4 को जोड़ते हुए लांचिंग किया जाएगा। इसके लिए फिर एक बार ब्लॉक लेने की योजना है।
फुट ओवर ब्रिज में लगाए जाने वाले दूसरे गर्डर को 20 जुलाई 2019 को चढ़ाने की योजना है। यह गर्डर प्लेट फार्म नंबर 1-2 से 3-4 को जोड़ते हुए लांचिंग किया जाएगा। इसके लिए फिर एक बार ब्लॉक लेने की योजना है।
4 माह के भीतर तैयार होने की उम्मीद
उम्मीद की जा रही है कि गर्डर का काम पूरा होने के बाद करीब 4 से 6 माह के भीतर यह पूरा हो जाएगा। खुश खबर
फुट ओवर ब्रिज का काम तेजी से शुरू होना कुम्हारी के रहवासियों के लिए बड़ी खुश खबर है। अब उनको पटरी पार करने के लिए किसी तरह से रिस्क लेना नहीं पड़ेगा। नए फुट ओवर ब्रिज के तैयार होने के बाद प्लेटफार्म के दोनों ओर विकास होगा। राजधानी से करीब होने की वजह से इस तरह की सुविधा यहां के लोगों को पहले से ही मिल जानी थी, देर से ही सही, लेकिन काम शुरू हो चुका है। यह मुसाफिरों व रहवासियों सभी के लिए राहत की खबर है।
उम्मीद की जा रही है कि गर्डर का काम पूरा होने के बाद करीब 4 से 6 माह के भीतर यह पूरा हो जाएगा। खुश खबर
फुट ओवर ब्रिज का काम तेजी से शुरू होना कुम्हारी के रहवासियों के लिए बड़ी खुश खबर है। अब उनको पटरी पार करने के लिए किसी तरह से रिस्क लेना नहीं पड़ेगा। नए फुट ओवर ब्रिज के तैयार होने के बाद प्लेटफार्म के दोनों ओर विकास होगा। राजधानी से करीब होने की वजह से इस तरह की सुविधा यहां के लोगों को पहले से ही मिल जानी थी, देर से ही सही, लेकिन काम शुरू हो चुका है। यह मुसाफिरों व रहवासियों सभी के लिए राहत की खबर है।