40 हजार से अधिक लोग करते हैं आवाजाही
सिरसा गेट से हर दिन करीब 40 हजार से अधिक राहगीर आवाजाही करते थे। अंडरब्रिज बन जाने से इनकी संख्या में और इजाफा हुआ। भिलाई से बीएमवाय इलेक्ट्रिक शेड के लिए नौकरी पर जाने वाले भी इस रास्ते का ही उपयोग करने लगे हैं। एनएसपीसीएल व पीपीयार्ड में भी ड्यूटी करने वालों के लिए यह रास्ता ही बेहतर है।
रेलवे और पीएचई के अधिकारियों ने किया दौरा
अंडरब्रिज बंद हो जाने से रेलवे और पीएचई के अधिकारियों ने भी दौरा किया। वे अंडरब्रिज के करीब से निकले नहर का जायजा ले रहे थे। नहर का पानी भी अंडरब्रिज को लगातार पानी भरने में मदद तो नहीं कर रहा है, इसका जायजा लिया जा रहा है।
तकनीकी खामियों की वजह से जमा हो रहा पानी
सिरसा गेट में बने अंडरब्रिज में तकनीकी खामियों की वजह से पूरे दिन बारिश नहीं होने पर भी पानी नजर आता था। अब बारिश होने से पानी इसमें एकत्र हो चुका है। जिससे आवाजाही बाधित हो गई है। जिससे ड्यूटी जाने वालों को खासी परेशानी हो रही है।
राहत की जगह बढ़ गई मुश्किलें
अंडरब्रिज शुरू हो जाने से सिरसा गेट रेलवे फाटक पर लगने वाली कतार गायब हो गई थी। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर दबाव कम हो गया था। लोगों ने अंडरब्रिज बन जाने से राहत की सांस ली थी। अब उसके बंद हो जाने से मुश्किलें बढ़ गई है। लोग रेलवे फाटक पार करने के लिए पूरे दिन परेशान होते रहे।
पीपीयार्ड जाने का है रास्ता
पीपीयार्ड जाने वाले रेलवे कर्मचारी भी अंडरब्रिज बंद होने से परेशान हो गए। वे चरोदा से होकर पीपीयार्ड पहुंचे। इसी तरह से सिरसाकला, गनियारी, पुरैना समेत अन्य गांव के लोग भी इसी तरह से 5 से 7 किलोमीटर घूमकर जाने वाले रास्ते का सहारा लिया। साइकल से जाने वालों ने रेलवे फाटक के नीचे से होकर रास्ता पार किया।
मेयर और सभापति भी जाते हैं इस राह से
नगर पालिक निगम, भिलाई-चरोदा के मेयर और सभापति का गांव भी अंडरब्रिज पार करने पर ही आता है। मेयर गनिवारी में निवास करते हैं और सभापति का घर सिरसाकला में है। नगर निगम जाने के लिए वे इस अंडरब्रिज से ही गुजरते हैं।
अंडरब्रिज का निर्माण राज्य और केंद्र ने मिलकर किया
सिरसा गेट में अंडरब्रिज निर्माण का काम रेलवे और राज्य सरकार की मदद से किया गया है। इसमें करीब 40 फीसदी छत्तीसगढ़ शासन का और लगभग 60 फीसदी राशि रेलवे की लगी है।
रेलवे और एरिगेशन के अधिकारियों से कहा है जल्द व्यवस्था बहाल करने
निर्मल कोसरे, महापौर, नगर पालिक निगम, भिलाई-चरोदा ने बताया कि रेलवे और एरिगेशन के अधिकारियों से कहा है कि जल्द से जल्द रास्ता को बहाल किया जाए। इस रास्ते से हजारों लोग, बीएसपी, एनएसपीसीएल, रेलवे कर्मी और मैं खुद गुजरता हूं।