scriptदुर्ग जिले के अमलेश्वर में मिला कोरोना का मरीज, प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 454 पहुंची, शहरों के बाद अब गांवों में संक्रमण | Corona patient found in Amaleshwar, Durg district | Patrika News

दुर्ग जिले के अमलेश्वर में मिला कोरोना का मरीज, प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 454 पहुंची, शहरों के बाद अब गांवों में संक्रमण

locationभिलाईPublished: Jun 04, 2020 11:06:51 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के अमलेश्वर में कोरोना मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मरीज में बुधवार रात संक्रमण के पुष्टि हुई है।

दुर्ग जिले के अमलेश्वर में मिला कोरोना का मरीज, प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 454 पहुंची, शहरों के बाद अब गांवों में संक्रमण

दुर्ग जिले के अमलेश्वर में मिला कोरोना का मरीज, प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 454 पहुंची, शहरों के बाद अब गांवों में संक्रमण

दुर्ग . दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के अमलेश्वर में कोरोना मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मरीज में बुधवार रात संक्रमण के पुष्टि हुई है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आधी रात मरीज को भिलाई के कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। दुर्ग जिले के कोविड अस्पताल में अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर सात पहुंच गई है। वहीं कोरोना संक्रमण शहरों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में भी पांव पसारने लगा है। जिससे स्वास्थ्य विभाग की ङ्क्षचता बढ़ गई है। प्रदेश में कोरोना मरीजों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 70 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 454 हो गई है। दूसरी ओर 170 लोग कोरोना से ठीक होकर घर लौट गए हैं। दो लोगों की जान अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से गई है। कुल केसों की संख्या बढ़कर 626 हो गई है। (Coronavirus in chhattisgarh)
कोरोना से महिला की मौत पर सस्पेंस कायम
भिलाई के चरोदा हाईट्स निवासी पूर्णिमा राव (65 वर्ष) की कोरोना से मौत ने प्रशासन सकते में है। जिले में रहने वाली किसी की कोरोना से यह पहली मौत है। इसके पहले दो लोगों की मौत हुई है पर वे जिले के बाहर के रहने वाले थे। झारखंड और पश्चिम बंगाल के दोनों युवकों की की मौत राह चलते हुई थी। महिला की मौत ने स्वास्थ्य विभाग के लिए भी अबूझ पहेली बन गई है। अधिकारी यह समझ नहीं पा रहे हैं कि महिला आखिर कोरोना की चपेट में कैसे आई। महिला का ट्रेवल और मेडिकल हिस्ट्री बिलकुल सामान्य है। सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी के परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे लॉक डाउन अवधि में घर पर ही रहे। बाहर से कोई मेहमान या फिर वे किसी के संपर्क में भी नहीं आए हैं।
इस तरह अस्पताल पहुंची महिला
महिला की मौत की सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे चरोदा पहुंचे थे। परिवार के सदस्यों ने जानकारी दी है कि पूर्णिमा राव के कमर में बालतोड़ (फोड़ा) हुआ था। 30 मई को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चरोदा से जहां दवा लेकर घर लौट आई। इसके बाद वह 1 जून को रेलवे अस्पताल गई थी। उसे एम्स रेफर कर दिया था। इसी बीच महिला की तबीयत खराब हो गई। परिवार वालों ने रामकृष्ण केयर पहुंचाया। वहां से उसे एम्स लाया गया। इस दौरान रास्ते में महिला की सांसे थम गई। एम्स के विशेषज्ञों ने कोरोना की आंशका व्यक्त करते हुए सैंपल कर जांच किया। जिसमें पॉजिटिव आने पर जिला प्रशासन को सूचना दी गई। बुधवार को प्रशासन की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार चरोदा मुक्तिधाम में किया गया।
17 का लिया सैंपल
कोरोना से हुई मौत को लेकर प्रशासन गंभीर है। उस क्षेत्र में एहतियात के तौर पर 17 लोगों का सैंपल कलेक्ट किया गया। एम्स से जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक रेलवे अस्पताल को बंद रखने का निर्णय लिया गया। साथ ही पूरे स्टाफ को क्वारंटाइन में रहने के निर्देश दिए है।

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