यह मांग जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार ने किया है। इसके पहले उन्होंने जो लोग पट्टे के आवास में रह रहे हैं, उनके नाम से ही पट्टे के नवीनिकरण की मांग की थी। अब स्मृति नगर के विकास के विषय पर अभियान छेडऩे की तैयारी में है।
38 साल में मूलभूत सुविधा तक नहीं
मनोज ने बताया कि स्मृति नगर सोसाइटी का गठन 1980 में हुआ था। इसे 38 साल होने जा रहे हैं। यहां 1250 से अधिक प्लॉट काटे गए। जिससे सोसाइटी को अच्छी खासी आय हुई। मगर विकास में इसे नहीं लगाया गया। वर्तमान में यहां रहने वालों को मूलभूत सुविधा तक मुहैया नहीं करवाई जा रही है।
मनोज ने बताया कि स्मृति नगर सोसाइटी का गठन 1980 में हुआ था। इसे 38 साल होने जा रहे हैं। यहां 1250 से अधिक प्लॉट काटे गए। जिससे सोसाइटी को अच्छी खासी आय हुई। मगर विकास में इसे नहीं लगाया गया। वर्तमान में यहां रहने वालों को मूलभूत सुविधा तक मुहैया नहीं करवाई जा रही है।
10 हजार से ज्यादा करते हैं निवास
10 हजार से ज्यादा लोग इस एरिए में रहते हैं। उनकी सुविधाओं के लिए निगम प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। निगम का ध्यान सिर्फ टैक्स वसूलने तक रहता है। लोगों को क्या सुविधा मिल रही है, इस ओर कोई ध्यान नहीं देता। प्रकाश व्यवस्था तक यहां ठप पड़ी हुई है। इन विषयों को लेकर निगम आयुक्त से चर्चा भी की जाएगी।
10 हजार से ज्यादा लोग इस एरिए में रहते हैं। उनकी सुविधाओं के लिए निगम प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। निगम का ध्यान सिर्फ टैक्स वसूलने तक रहता है। लोगों को क्या सुविधा मिल रही है, इस ओर कोई ध्यान नहीं देता। प्रकाश व्यवस्था तक यहां ठप पड़ी हुई है। इन विषयों को लेकर निगम आयुक्त से चर्चा भी की जाएगी।
स्मृति नगर के लोगों के साथ हो रहा अन्याय
मनोज कुमार ने कहा कि स्मृति नगर के रहवासियों के साथ अन्याय हो रहा है। नगर निगम भिलाई को समय पर टैक्स दे रहे हैं, लेकिन सुविधा उन्हें नहीं मिल रही है। इसकी वजह से उनके साथ अन्याय हो रहा है। स्मृति नगर का विकास करने में सोसाइटी सक्षम नहीं है। इसलिए नगर निगम भिलाई सोसाइटी को हैंडओवर लेकर विकास करे। अगर सोसाइटी को पूर्णता अधिकार नहीं मिला तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।
मनोज कुमार ने कहा कि स्मृति नगर के रहवासियों के साथ अन्याय हो रहा है। नगर निगम भिलाई को समय पर टैक्स दे रहे हैं, लेकिन सुविधा उन्हें नहीं मिल रही है। इसकी वजह से उनके साथ अन्याय हो रहा है। स्मृति नगर का विकास करने में सोसाइटी सक्षम नहीं है। इसलिए नगर निगम भिलाई सोसाइटी को हैंडओवर लेकर विकास करे। अगर सोसाइटी को पूर्णता अधिकार नहीं मिला तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।