पार्षद ने कहा है कि पूर्व सरकार के समय अफसर यहां अगर दबाव में काम करते रहे तो उन्हें प्रमोट क्यों किया? अनिल टुटेजा सचिव उद्योग हैं। नरेंद्र दुग्गा एमडी दुग्ध सहकारी संघ संभाल रहे हैं। केएल चौहान कांकेर कलेक्टर हैं। एसके सुंदरानी मैनेजर स्मार्ट सिटी रायपुर का प्रोजेक्ट देख रहे हैं।
यह भी सार्वजनिक होना चाहिए कि पूर्व में कितने ठेके, कितने प्रतिशत बिलो एसओआर में गए और अब कितने अबव या बिलो एसओआर में जा रहे हैं।
पार्षदोंं ने कहा है कि इससे यह स्थापित हो गया है कि महापौर पांच साल और विधायक के अब तक के दो साल के कार्यकाल में कोई काम नहीं किया गया है। जो भी काम हुए हैं पूर्व सरकार की ही देन है। पीडब्ल्यूडी प्रभारी नीरज पाल तो इस सच्चाई से और भी ज्यादा वाकिफ होंगे। उनके वार्ड में कितने का काम हुआ है वे ही बता दें।