पुलिस के मुताबिक पीडि़त युवती रायपुर के जिस प्रतिष्ठान में काम करती थी, वहीं आरोपी भी काम करता था। दोनों के बीच मित्रता होने के बाद मेलजोल बढ़ गया। युवती ने पुलिस को जानकारी दी कि जनता कफ्र्यू लगने के एक दिन पहले शुभम ने उसे दुर्ग लाया और अपने घर में रहने लगा था। जैसे ही घर वालों को दोनों के विवाह करने की जानकारी हुई विवाद होने लगा। इसके बाद आरोपी ने युवती को हरि नगर स्थित किराए के मकान में रखने लला। इस बीच लॉकडाउन खुलने के बाद विवाह करने का आश्वासन दिया और दुष्कर्म किया। कुछ ही दिन में आरोपी का बर्ताव बदल गया। विवाह की बात पर कहने लगा कि जो होना था वह हो गया और अब शादी नहीं करेगा।
शिकायत करने युवती मंगलवार को थाना पहुंची तो पीछे पीछे आरोपी भी मोहन नगर थाना पहुंच गया। दोनों के बालिग होने पर पुलिस ने एफआईआर का निर्णय लिया, तब आरोपी यह कहते हुए युवती के सामने हाथ जोड़े कि वह विवाह करना चाहता है। वहां से घर पहुंचने के बाद आरोपी ने यह कहते हुए जान से मारने की धमकी दी कि जो करना है कर लो। विवाद होने पर सब्जी काटने के चाकू से आरोपी ने वारकर घायल कर दिया।
पीडि़त युवती ने बताया कि वह जब 4 साल की थी तभी से उसके माता पिता की मौत हो चुकी है। इसके बाद उसका पालन पोषन मामा ने किया। बाद में वह अपने पैरों पर खड़ी होकर ब्यूटीशियन का कोर्स कर रायपुर में रह रही थी।