टीआई गौरव तिवारी ने एसपी और एएसपी के मार्गदर्शन में नागरिकों को लॉकडाउन में घर पर रहकर अनेक प्रकार के कार्यो जैसे पेङ्क्षटग, सिंगिंग, इंडोर गेम, कुकिंग, गार्र्डनिंग, साफ सफाई आदि के फोटो पुलिस के साथ शेयर करने प्रोत्साहित किया। इस कार्य के लिए सर्वश्रेष्ठ पोस्ट करने वाले को डिजिटल सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। इस बीच वरिष्ठ अधिकारियों व डॉक्टरों को फेसबुक लाइव में मोटिवेशनल स्पीकर द्वारा नागरिकों को कोरोना संबंधित प्रश्नों के त्वरीत निराकरण किया गया।
फिटनेश ट्रेनिंग और संगीत से लोगों की उदासी दूर की
दुर्ग जिले के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शहर के कई अपार्टमेंट तक पहुंचे। जहां घर पर रह कर फिटनेस ट्रेनिंग, जुम्बा एक्सरसाइज का फेसबुक लाइव कर स्टे होम-स्टे, हेल्दी -स्टे फिट का संदेश दिया। सीनियर सिटीजन के लिए हेल्प लाइन जारी किया गया। गरीबों, राहगिरों और प्रवासी मजदूरों के लिए गमछा, चरण पादुका, फल-पानी, भोजन और यातायात की व्यवस्था की गई। इस तरह लॉकडाउन के बीच कई अभियान चलाकर लोगों कानून व्यवस्था के साथ लोगों की भरपूर मदद की।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के कारण सभी राज्यों में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान पुलिस की प्रतिक्रिया को लेकर एक रिसर्च किया। इससे पता चला कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा लोगों के सामने आया। गृह मंत्रालय के थिंक- टैंक ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) द्वारा द इंडियन पुलिस रिस्पान्स टू कोविड-19 क्रइसिस शीर्षक वाले एक विशेष संकलन को प्रकाशित किया है।
राज्य से इनका भी नाम
छत्तीसगढ़ के जिन लोगों की गृह मंत्रालय ने प्रशंसा की है उनमें जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार, बिलासपुर कोतवाली टीआई कलीम खान, कबीरधाम लोहारा टीआई अनिल शर्मा, रायपुर आमानाका टीआई भारत बरेठ, जशपुर टीआई विशाल कुजूर, रामानुजगंज बलरामपुर आरक्षक रिंकू गुप्ता और महिला आरक्षक अनुपमा कपूर के नाम शमिल है।