एक-एक स्टंट पर 500 से लेकर 10 हजार रुपए तक की बोलियां लग रही है। दांव लगाने वालों और बाकइर्स के बीच एक गिरोह है, जो समय और स्थान तय करता है। जीत के बाद मिलने वाली राशि को दांव लगाने वाले और बाइकर्स बांट लेते हैं। पुलिस को ऐसे जुआरियों की सूचना मिली है। हालांकि अभी तक कोई भी पकड़ में नहीं आया है।
बाइकर्स की हरकतों से शहरवासी परेशान हैं। यातायात का नियम उनके लिए तो कुछ है नहीं। कोई जहां से भी जगह मिले दाएं-बाएं कट मारकर ओवरटेक कर फर्राटे भरते निकल जाता है तो कोई बिलकुल बाजू से हवा से बातें करता हुआ जिसे देखकर दूसरा वाहन चालक सहमकर रह जाता है।
असल में ये उन बोलीदारों के रेसर होते हैं जिन्होंने इनकी जीत-हार या निश्चित समय पर एक निर्धारित गंतव्य तक पहुंचने पर दांव लगाए होते हैं। ऐसा ही स्टंटबाजी में भी लोग बोलियां लगाते हैं। ज्यादातर बाइकर्स की उम्र 16 से 20 वर्ष की है। यहां बाकइर्स की भरमार को देखते हुए अब तो रायपुर और राजनांदगांव से भी लोग यहां दांव लगाने आते हैं। इनमें बड़े घरों के कॉलेज छात्र और व्यापारी शामिल हैं।
अलसुबह शुरू हो जाता है यह खेल
यह खेल अलसुबह 4 से 6 बजे और रात 10.30 बजे के बाद चलता है जब सड़क सुनी होती हैं। बायपास पर नेहरू नगर चौक से बाफना टोल प्लाजा तक, 32 बंगला तिराहा से तालपुरी तिराहा, सिविक सेंटर सेक्टर-10 चौक से नगर सेवाएं विभाग की बगल वाली सड़क और भिलाई निवास मैदान के सामने की सड़क पर यह खेल चलता है। इस समय ज्यादातर स्टंंटबाजी में बोलियां लगाते हैं। रेसिंग के लिए शाम को और भीड़भाड़ वालाी सड़क चुनते हैं। उस समय भाव ज्यादा मिलता है।
यह खेल अलसुबह 4 से 6 बजे और रात 10.30 बजे के बाद चलता है जब सड़क सुनी होती हैं। बायपास पर नेहरू नगर चौक से बाफना टोल प्लाजा तक, 32 बंगला तिराहा से तालपुरी तिराहा, सिविक सेंटर सेक्टर-10 चौक से नगर सेवाएं विभाग की बगल वाली सड़क और भिलाई निवास मैदान के सामने की सड़क पर यह खेल चलता है। इस समय ज्यादातर स्टंंटबाजी में बोलियां लगाते हैं। रेसिंग के लिए शाम को और भीड़भाड़ वालाी सड़क चुनते हैं। उस समय भाव ज्यादा मिलता है।
अभियान चलाकर करेंगे कार्रवाई
प्रभारी एसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि नाबालिग बाइक राइडर्स पर हमारी निगाह है। मैं स्वयं कई बार रात में ऐसे युवकों की तलाश करने निकला हूं। हालांकि अभी तक कोई पकड़ में नहीं आया है। शीघ्र ही अभियान चलाकर ऐसे युवकों को चिन्हित कर उन्हें दंडित किया जाएगा। रूमाल में पैसा बांधकर जमीन रख दिया जाता है। जो बाइकर्स तेज रफ्तार उस रूमाल को उठा लेता है, वह विजयी होता है। इसमें स्पीड की कोई सीमा नहीं होती है।
प्रभारी एसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि नाबालिग बाइक राइडर्स पर हमारी निगाह है। मैं स्वयं कई बार रात में ऐसे युवकों की तलाश करने निकला हूं। हालांकि अभी तक कोई पकड़ में नहीं आया है। शीघ्र ही अभियान चलाकर ऐसे युवकों को चिन्हित कर उन्हें दंडित किया जाएगा। रूमाल में पैसा बांधकर जमीन रख दिया जाता है। जो बाइकर्स तेज रफ्तार उस रूमाल को उठा लेता है, वह विजयी होता है। इसमें स्पीड की कोई सीमा नहीं होती है।
विली स्टंट
इसमें बाइकर्स कुछ दूर से बाइक लेकर आता है और अचानक आगे का पहिया उठा लेता है। जो प्रतिस्पर्धी ज्यादा देर तक चलाएगा उसकी ज्यादा कमाई होगी। स्टॉपी स्टंट
इसमें एक निश्चित प्वॉइंट चिह्नित करते हैं। बाइकर्स तेज रफ्तार से आकर उस निश्चित प्वाइंट पर ब्रेक लगा देता है और पीछे का पहिया उठा देता है। जो जितनी दूरी तक बाइक चलाता है उसे विजयी घोषित किया जाता है।
इसमें बाइकर्स कुछ दूर से बाइक लेकर आता है और अचानक आगे का पहिया उठा लेता है। जो प्रतिस्पर्धी ज्यादा देर तक चलाएगा उसकी ज्यादा कमाई होगी। स्टॉपी स्टंट
इसमें एक निश्चित प्वॉइंट चिह्नित करते हैं। बाइकर्स तेज रफ्तार से आकर उस निश्चित प्वाइंट पर ब्रेक लगा देता है और पीछे का पहिया उठा देता है। जो जितनी दूरी तक बाइक चलाता है उसे विजयी घोषित किया जाता है।
सर्कल
इसमें हैंडल पर बाइकर्स बैठ जाता है। बाइक को गोल-गोल घूमाने लगता है। इसमें नियम यह है कि सीट पर पैर नहीं होना है। जो जितने राऊंड बाइक को घुमाएगा, वह विजयी होगा।
इसमें हैंडल पर बाइकर्स बैठ जाता है। बाइक को गोल-गोल घूमाने लगता है। इसमें नियम यह है कि सीट पर पैर नहीं होना है। जो जितने राऊंड बाइक को घुमाएगा, वह विजयी होगा।
करतब पर अलग से बोली
इसके अलावा हाथ छोड़कर बाइक चलाने, गर्लफे्रंड को आगे-पीछे बैठाकर बाइक के पहिए को ऊपर उठाने और कम दूरी में बाइक को आड़ी-तिरछी भगाने पर भी मोटा दांव लगता है।
इसके अलावा हाथ छोड़कर बाइक चलाने, गर्लफे्रंड को आगे-पीछे बैठाकर बाइक के पहिए को ऊपर उठाने और कम दूरी में बाइक को आड़ी-तिरछी भगाने पर भी मोटा दांव लगता है।
ड्रिफ्ट पर दांव
रेसरर्स कार से डिफ्ट मारते हैं। इसमें कार की रफ्तार ६० किमी प्रति घंटे से ज्यादा होना है। अचानक हैंड ब्रेक लगा देते है। कार १८० डिग्री पर घूम जाती है। फिर कार जितने बार घूमती है, उस पर बोली लगती है। जिसकी कार ज्यादा राउंड घूमती है, वह विजेता होता है।
रेसरर्स कार से डिफ्ट मारते हैं। इसमें कार की रफ्तार ६० किमी प्रति घंटे से ज्यादा होना है। अचानक हैंड ब्रेक लगा देते है। कार १८० डिग्री पर घूम जाती है। फिर कार जितने बार घूमती है, उस पर बोली लगती है। जिसकी कार ज्यादा राउंड घूमती है, वह विजेता होता है।
पीछे वाले पर ज्यादा दांव
रेस और स्टंट में कई बार बाइकर्स पर दांव बदलते हैं। जो बाइकर्स आगे रहता है उस पर कम और पीछे और बीच में रहने वाले बाइकर्स पर दांव लगाने पर अधिक पैसे मिलते हैं। जीत की राशि बाइकर्स सहित दांव लगाने वाले को दी जाती है।
रेस और स्टंट में कई बार बाइकर्स पर दांव बदलते हैं। जो बाइकर्स आगे रहता है उस पर कम और पीछे और बीच में रहने वाले बाइकर्स पर दांव लगाने पर अधिक पैसे मिलते हैं। जीत की राशि बाइकर्स सहित दांव लगाने वाले को दी जाती है।