३ नॉनटेक प्राचार्य के नाम ज्यों के त्यों
विवि की वरिष्ठता सूची में प्राचार्यों के १७ नाम दिए गए हैं। जबकि विवि से संबंध कॉलेजों की संख्या इसकी ८ गुना है। विवि के पास शेष कॉलेजों के प्राचार्यांे की कोई जानकारियां भेजी ही नहीं गई। सूत्रों के मुताबिक विवि को गुमराह करने के लिए उन्हें छुट्टी पर बताया गया, जबकि कई संस्थानों में प्राचार्य वर्षों से नहीं है। फिलहाल विवि की वरिष्ठता सूची में प्राचार्य के १४ नाम तो ठीक है, लेकिन ३ प्राचार्यों के लिए विवाद की स्थिति है। तीनों प्राचार्य इंजीनियरिंग बैगराउंड से नहीं है, बल्कि नॉनटेक है, जिन्हें संस्था ने प्राचार्य बना दिया। एआइसीटीई के नियमों से इंजीनियरिंग कॉलेजों का प्राचार्य बनने के लिए इंजीनियरिंग की डिग्री होना जरूरी है, जबकि यह तीनों भूगोल जैसे विषयों के प्रोफेसर हैं।
विवि की वरिष्ठता सूची में प्राचार्यों के १७ नाम दिए गए हैं। जबकि विवि से संबंध कॉलेजों की संख्या इसकी ८ गुना है। विवि के पास शेष कॉलेजों के प्राचार्यांे की कोई जानकारियां भेजी ही नहीं गई। सूत्रों के मुताबिक विवि को गुमराह करने के लिए उन्हें छुट्टी पर बताया गया, जबकि कई संस्थानों में प्राचार्य वर्षों से नहीं है। फिलहाल विवि की वरिष्ठता सूची में प्राचार्य के १४ नाम तो ठीक है, लेकिन ३ प्राचार्यों के लिए विवाद की स्थिति है। तीनों प्राचार्य इंजीनियरिंग बैगराउंड से नहीं है, बल्कि नॉनटेक है, जिन्हें संस्था ने प्राचार्य बना दिया। एआइसीटीई के नियमों से इंजीनियरिंग कॉलेजों का प्राचार्य बनने के लिए इंजीनियरिंग की डिग्री होना जरूरी है, जबकि यह तीनों भूगोल जैसे विषयों के प्रोफेसर हैं।
डीएन सिरसांत, रजिस्ट्रार, सीएसवीटीयू ने बताया कि कई संस्थानों ने वरिष्ठता सूची के लिए जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। विवि ने उनके नाम हटाए हैं। उन्हें तय तिथि में दावा-आपत्ति करनी होगी। यह फिलहाल अनंतिम सूची है, बाद में संशोधन के बाद अंतिम सूची जारी करेंगे।