घर में लगे डी 2एच का बैलेंस खत्म हो गया था। उसने रिचार्ज कराया, लेकिन नहीं हुआ। तब गूगल में डी 2एच कस्टमर केयर नम्बर खोजकर शिकायत की। शिकायत का सामाधन करने एक व्यक्ति ने कॉल किया। उसने कहा कि आपका रिचार्र्ज का पैसा कहीं नहीं जाएगा। उसने डेबिट कार्ड का नम्बर और एक्सपायरी डेट पूछा। युवती ने जानकारी देने से मनाकर दिया। तब उसने कहा कि कार्ड से ही ट्रांजेक्शन किया है।
Read more: शराब के नशे में दो युवकों ने पेट्रोल छिड़कर नगर पालिका कार्यालय में लगाई आग, भयंकर लपटे देख महिला CMO के उड़े होश…. ऐसे लिया झांसे में
ठग ने कहा कि कार्ड नम्बर नहीं बता रही तो कोई बात नहीं। खुद प्रोसेस कर सकती है। कंपनी का ऐप है उसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना। जैसे ऑप्शन आते जाएंगे वैसे करते जाना, कार्ड में पैसे वापस आ जाएंगे। युवती उसके झांसे में आ गई। प्ले स्टोर से ठग द्वारा बताए गए ऐप को डाउनलोड किया। इसके बाद उसके मोबाइल को ही हैक कर लिया। थोड़ी देर में ओटीपी आता गया और बैंक खाते से 5 बार में 2 लाख रुपए निकाल लिए।
ठग ने कहा कि कार्ड नम्बर नहीं बता रही तो कोई बात नहीं। खुद प्रोसेस कर सकती है। कंपनी का ऐप है उसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना। जैसे ऑप्शन आते जाएंगे वैसे करते जाना, कार्ड में पैसे वापस आ जाएंगे। युवती उसके झांसे में आ गई। प्ले स्टोर से ठग द्वारा बताए गए ऐप को डाउनलोड किया। इसके बाद उसके मोबाइल को ही हैक कर लिया। थोड़ी देर में ओटीपी आता गया और बैंक खाते से 5 बार में 2 लाख रुपए निकाल लिए।
साइबर अपराध के इस वर्ष 127 मामले दर्ज
जनवरी 2019 से अब तक जिले के विभिन्न थानों से पुलिस ने 127 साइबर अपराध पंजीबद्ध किया है। साइबर एक्सपर्ट सिर्फ मामले में जांच कर रहे हैं। अब तक पीडि़तों को मदद नहीं मिली है।
जनवरी 2019 से अब तक जिले के विभिन्न थानों से पुलिस ने 127 साइबर अपराध पंजीबद्ध किया है। साइबर एक्सपर्ट सिर्फ मामले में जांच कर रहे हैं। अब तक पीडि़तों को मदद नहीं मिली है।
अब आप रहें अलर्ट, पैटर्न बदलकर हो रही ठगी
पहले ठग बैंक अधिकारी, लकी ड्रॉ, ओएलएक्स, बंद एलआइसी स्कीम को चालू करने का झांसा देते थे। अब ठगी का पैटर्न बदल दिया है। गूगल प्लेटफॉर्म (Google Cloud Platform) को जरिया बना लिया है। किसी भी कंपनी के कस्टमर केयर नम्बर को डालकर लोगों को झांसा दे रहे हैं।
पहले ठग बैंक अधिकारी, लकी ड्रॉ, ओएलएक्स, बंद एलआइसी स्कीम को चालू करने का झांसा देते थे। अब ठगी का पैटर्न बदल दिया है। गूगल प्लेटफॉर्म (Google Cloud Platform) को जरिया बना लिया है। किसी भी कंपनी के कस्टमर केयर नम्बर को डालकर लोगों को झांसा दे रहे हैं।
आधिकारिक वेबसाइट पर ही करें भरोसा
हाल के दिनों में गूगल से कस्टमर केयर नंबर लेने वालों के साथ कई घटना हो चुकी है। ऐसे में अलर्ट रहने की जरूरत है। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से ही कस्टमर केयर नंबर लेकर संपर्क करें। गोपनीय जानकारी कभी शेयर न करें।
हाल के दिनों में गूगल से कस्टमर केयर नंबर लेने वालों के साथ कई घटना हो चुकी है। ऐसे में अलर्ट रहने की जरूरत है। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से ही कस्टमर केयर नंबर लेकर संपर्क करें। गोपनीय जानकारी कभी शेयर न करें।