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पूनम ने जब गाया बताओ गुमनामी अच्छी है…तो बिलख पड़े ‘विराट ‘

locationभिलाईPublished: Jan 14, 2020 12:21:05 pm

Submitted by:

Komal Purohit

कलामंदिर ऑडियोरियम में लोगों को उस पल का इंतजार था जब पूनम तिवारी अपने गीतों की प्रस्तुति देंगी। जैसे ही पूनम जैसे ही गीत गाने शुरू किए तो वहां बैठा हर व्यक्ति भावुक हो चला। आखिर में गीत चोला माटी के हे राम.. एखर का भरोसा गाया तो वे गाते-गाते उनका गला भी भर आया।

पूनम ने जब गाया बताओ गुमनामी अच्छी है...तो  बिलख पड़े 'विराट '

दीपक को रोता देख दर्शक भी अपने आंसू नहीं रोक पाए।

भिलाई. रामचंद्र देशमुख बहुमत सम्मान के मंच पर सम्मान पाने वाले कलाकार दीपक विराट तिवारी भले ही मुंह से कुछ बोल नहीं पाए पर उनकी आंखों से बहते आंसू शब्द बनकर उस वक्त फूट पड़े जब उनकी पत्नी पूनम ने गीत बताओ गुमनामी अच्छी या नामवारी… गाना शुरू किया। अपने दौर के नामी कलाकार रहे दीपक विराट को शायद अपना वह दौर याद आया होगा जब मंच पर उनकी मौजूदगी ही काफी होती थी। लकवे के कारण अपनी बेबसी और कुछ महीने पहले जवान बेटे की मौत के सदमे को झेल चुके दीपक को रोता देख दर्शक भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। कलामंदिर ऑडियोरियम में लोगों को उस पल का इंतजार था जब पूनम तिवारी अपने गीतों की प्रस्तुति देंगी। जैसे ही पूनम गीत गाने शुरू किए तो वहां बैठा हर व्यक्ति भावुक हो चला। आखिर में गीत चोला माटी के हे राम.. एखर का भरोसा गाया तो वे गाते-गाते उनका गला भी भर आया। अपने जवान बेटे की अर्थी उठाते वक्त इसी गाने को गाकर विदाई देने वाली मां का दर्द भी छलक उठा। इस काया गीत में हर किसी ने पूनम के उस दर्द को भी महसूस किया और गीत खत्म होते ही सभी अपनी जगह से उठ खड़े होक नम आंखों से तालियां बजाते रहे। कला मंदिर में हुए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव ने भी इसी गीत को गाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। तो गुंडदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भी रंगमंच में दीपक और पूनम तिवारी के सानिध्य में किए नाटकों के अनुभव को साझा किया।

हमर छत्तीसगढ़ी बोली के अलग मजा
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गुंडरदेही विधायक एवं लोककलाकर कुंवर सिंह निषाद ने छत्तीसगढ़ी में कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि छत्तीसगढ़ी बोली का अलग ही मजा है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती यह निखरती चली जाती है। उन्होंने 1994 में लोकरंग अर्जुदा की उस वर्कशॉप की बातें साझा की जिसमें हबीब तनवीर ने रंगकर्म के गुर सिखाए थे और उस 15 दिनों में उन्होंने दीपक विराट एवं पूनम दीदी के संग नाटक में काम किया था। उन्होंने उस नाटक के गीत को भी गाकर सुनाया।
देवेन्द्र ने गाया गीत चोला माटी के हे राम
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विधायक देवेन्द्र यादव ने पूनम तिवारी के गाए गीत चोला माटी के हे राम को गाया। उन्होंने कहा कि यह गीत जीवन की हकीकत को बयां करते हैं। जीवन किसी का नहीं है, हर किसी को एक दिन जाना है,लेकिन उनके जाने के बाद उनकी बातें, चरित्र, और उनके किए काम ही याद रहते हैं। उन्होंने बहुमत सम्मान को शासन के संस्कृति मंत्रालय की मदद से किए जाने की भी बात कही।

हुआ बहुमत के 99 वें अंक का विमोचन
कार्यक्रम में अतिथियों ने पत्रिका बहुमत के 99 वें अंक का विमोचन किया। वहीं पत्रिका ग्रामोदय और का भी विमोचन अतिथियों ने किया। जो स्व मोहनलाल बंछोर की स्मृति को समर्पित थी। इससे पहले कार्यक्रम को मुख्य वक्ता प्रो जयप्रकाश ने संबोधित किया। उन्होंने भरत मुनि के नाट्य शास्त्र पर आधारित लोककला और आधुनिक रंगकर्म पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर बहुमत के संपादक विनोद मिश्र,आयोजन समिति के अध्यक्ष अरूण श्रीवास्तव, स्वागत समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र बंछोर, डीएन शर्मा, आयोजन समिति के सचिव मुमताज, लोककलाकार रजनी रजक सहित शहर के साहित्यकार,लेखक, कलाप्रेमी, रंगकर्मी सहित कई लोग मौजूद थे।

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