निजी लैब को दिया जा रहा तरजीह
सरकारी कोरोना जांच केंद्र में विलंब होने की वजह से लोग सफर में बाहर जाने के लिए प्राथमिकता निजी लैब को दे रहे हैं। जहां आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट आठ से बारह घंटे में ही मिल जाती है। लोग समय पर जांच रिपोर्ट मिल जाए इस कोशिश में रहते हैं। वहीं कोरोना जांच केंद्र में रिपोर्ट पहले की तरह ही सात-सात दिन बाद मिल रही है।
सौ से अधिक की किए जांच
सिविल अस्पताल सुपेला के जांच केंद्र में एक दिन में सौ से अधिक लोग कोरोना जांच करवाने पहुंचे। आरएटी जांच करीब 70 से अधिक लोगों की गई। वहीं इसके साथ-साथ आरटीपीसीआर और ट्रू नाट जांच भी की जा रही है। ट्रू नाट जांच की रिपोर्ट समय पर इस लिए मिल रही है क्योंकि यह जांच सिविल हॉस्पिटल सुपेला और जिला अस्पताल दुर्ग में हो जाती है। वहीं आरटीपीसीआर जांच के लिए जिलाभर से सैंपल को दुर्ग में एकत्र कर अगले दिन रायपुर भेजा जाता है। वहां से देरी हो रही है।
वायरल फीवर की चपेट में लोग, नहीं आ रहे सरकारी अस्पताल
जिला में वायरल फीवर तेजी से फैला हुआ है। सरकारी अस्पतालों में आने वालों की कोरोना जांच की जा रही है। जिसकी वजह से लोग सीधे मेडिकल स्टोर्स से दवा खरीदकर उपयोग कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग निजी अस्पताल जा रहे हैं।