scriptसंगठन मंत्री के सत्कार से गरमाई भाजपा की राजनीति, केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची बात अब भाजपाई ही कर रहे सवाल | Demonstration of power welcome of BJP Organization Minister Pawan sai | Patrika News

संगठन मंत्री के सत्कार से गरमाई भाजपा की राजनीति, केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची बात अब भाजपाई ही कर रहे सवाल

locationभिलाईPublished: Sep 20, 2021 06:30:38 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

CG BJP: सबसे ज्यादा चर्चा जिस बात की रही वह प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय के स्वागत की। अब चर्चा तो यह है कि यह बात केंद्रीय नेतृत्व तक भी पहुंच गई है।

संगठन मंत्री के सत्कार से गरमाई भाजपा की राजनीति, केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची बात अब भाजपाई ही कर रहे सवाल

संगठन मंत्री के सत्कार से गरमाई भाजपा की राजनीति, केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंची बात अब भाजपाई ही कर रहे सवाल

भिलाई. दुर्ग जिले में जैसे-जैसे निकाय चुनाव का दौर नजदीक आ रहा है, भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी और मतभेदों की खाई और चौड़ी होती जा रही है। पिछले दिनों आगामी निकाय चुनाव और अभी से विधानसभा चुनाव की भी तैयारी को लेकर हुई भिलाई भाजपा की जिलास्तरीय संगठनात्मक बैठक में गुटीय राजनीति साफ झलक रही थी। सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय व वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन और उनके समर्थक इस बैठक से दूरी बनाए रहे, वहीं सबसे ज्यादा चर्चा जिस बात की रही वह प्रदेश संगठन मंत्री पवन साय के स्वागत की। अब चर्चा तो यह है कि यह बात केंद्रीय नेतृत्व तक भी पहुंच गई है। भाजपाई सवाल कर रहे हैं कि संगठन मंत्री की जिम्मेवारी दूरियां मिटाने की है कि दूरियां और बढ़ाने की?
संगठन मंत्री को साधने शक्ति प्रदर्शन
जिस तरह से पूरे शहर में साय के होर्डिंग्स और पोस्टर लगे थे, उनकी अगवानी में युवाओं ने मोटर साइकिल रैली निकाली, जिंदाबाद के नारे लगे और मंच पर फूल माला से लाद दिए गए, इसके पूर्व कभी ऐसा नहीं देखा गया था। भाजपा में आमतौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक को ही संगठन मंत्री का जिम्मा सौंपा जाता है। ऐसे लोग होर्डिंग, बैनर, पोस्टर, स्वागत-सत्कार से परहेज करते हैं। सौदान सिंह हो या रामप्रताप सिंह, आते थे, बैठक लेकर चले जाते थे। कभी आडंबर नहीं हुआ। यह पहली बार है जब भाजपा की संगठनात्मक बैठक में साधने-सधने का दौर देखने को मिला। संगठन मंत्री का काम समन्वय बनाते हुए गुटीय संतुलन साधना व संगठन को मजबूत करना होता है। मगर पिछले दिनों जो कुछ भी हो उसे राजनीतिक जानकार गुट विशेष का शक्ति प्रदर्शन और उसे संगठन प्रभारी का मौन समर्थन मान रहे हैं।
संगठन मंत्री के दायित्व की अपनी गरिमा है
रामप्रताप सिंह, पूर्व संगठन मंत्री भाजपा ने कहा कि संगठन मंत्री जैसे दायित्व की अपनी गरिमा होती। स्वागत-सत्कार दूर संघ के प्रचारक की भूमिका में ही काम करना पड़ता है। ऐसी परंपरा कभी नहीं रही है। ऐसे में अनुशासन कहां रह जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो सायजी को स्वयं मना करना चाहिए था। अध्यक्ष भिलाई शहर जिला भाजपा बिरेंद्र कुमार साहू ने कहा कि स्वागत तो किसी का भी कर सकते हैं। ऐसी कोई मनाही नहीं है। संगठन बनने के बाद पवन साय पहली बार आए थे इसलिए हम लोगों ने सोचा कि शहर में उनका स्वागत हो। अच्छे से उनकी अगवानी की और बैठक भी बहुत अच्छी रही।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो