डेंगू ने फिर एक नन्ही परी की जान ले ली। संग्राम चौक केंप 1 निवासी संजय यादव की सबसे छोटी बेटी पीहू ने शुक्रवार की सुबह बीएसपी सेक्टर 9 अस्पताल में दम तोड़ा। पीहू को गुरुवार सुबह सुपेला अस्पताल से सेक्टर 9 अस्पातल रेफर किया गया था। परिजनों का आरोप है कि एंबूलेंस में ही पीहू की तबीयत बिगड़ गई थी और वह सेक्टर 9 पहुंचने के 24 घंटे के बाद ही चल बसी। डेंगू से शहर में 41 वीं मौत है। पीहू की मौत के बाद मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है। सुबह से ही घर पर भीड़ लग चुकी थी और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।
पीहू को 3 सिंतबर से ही बुखार आ रहा था। परिजनों ने पहले उसे घर के नजदीक के लैब में उसका ब्लड टेस्ट कराया। जब डेंगू पॉजीटिव आया तो लैब वालों ने तत्काल सुपेला के शासकीय अस्पताल भेजा। यहां पर उसे तीन दिन दाखिल रखा गया था। पीहू के बड़े पापा शिव सागर ने बताया कि सुपेला अस्पताल में इलाज तो किया गया पर उसकी तबीयत में सुधार नहीं आया। तब सुपेला अस्पताल वालों ने ही सेक्टर 9 रेफर किया।
पीहू की मौसी संगीता ने बताया कि सुपेला अस्पताल में दाखिल करने के बाद पीहू को रातभर बुखार कम नहीं हुआ। उसने दो बार डॉक्टर से भी बात की, पर उन्होंने आकर सही ढंग से चेक नहीं किया। बस ग्लूकोज की बॉटल चढ़ाकर उसे एक इंजेक्शन लगाया। जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई। क्या और क्यों इंजेक्शन लगाया बताया नहीं। इंजेक्शन के बाद उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई। मृतक मासूम का पिता बढ़ई का काम करता है।