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डेंगू पर पहली बार सख्ती, उपचार में लापरवाही बरतने वाले तीन अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज और डॉक्टर को शोकॉज

locationभिलाईPublished: Sep 06, 2018 11:12:59 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

डेंगू पीडि़तों के इलाज में लापरवाही करने वाले तीन अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज और एक चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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डेंगू पर पहली बार सख्ती, उपचार में लापरवाही बरतने वाले तीन अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज और डॉक्टर को शोकॉज

भिलाई . डेंगू पीडि़तों के इलाज में लापरवाही करने वाले तीन अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज और एक चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। दो दिन के अंदर अपना पक्ष रखने के निर्देश दिए गए हैं। जवाब नहीं देने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
शासन ने डेंगू पीडि़तों का मुफ्त में इलाज का आदेश जारी किया है। बावजूद निजी चिकित्सालय प्रबंधन लापरवाही कर रहे हंै। मरीजों से पैसे की मांग की जा रही है। बेड नहीं होने का बहाना कर मरीजों को लौटा दिया जा रहा है। भर्ती करने बाद उनका ठीक से केयर नहीं किया जा रहा है।
चिकित्सकों की कमी से लोगों का समय पर इलाज नहीं हो रहा है। इस वजह से स्थिति बिगड़ रही है। इन्हीं विषयों को लेकर राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने सर्किट हाउस में बैठक बुलाई थी। वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन, महापौर देवेन्द्र यादव ने भी मुख्यमंत्री और सचिव से शिकायत की। बावजूद स्थिति सुधर नहीं रही है।
सेक्टर-9 चिकित्सालय
रुआबांधा निवासी ईशा निर्मलकर (१५) के इलाज के संबंध में जानकारी मांगा है। सीएचएमओ ने कहा है कि एक सप्ताह पहले ईशा चिकित्सालय आई थी। तब उन्हें भर्ती क्यों नहीं किया गया? ऐसी क्या वजह थी कि इपिलिसी (मिरगी) की मरीज को भर्ती नहीं किया गया।
राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने सर्किट हाउस में सोमवार को चिकित्सकों की बैठक बुलाई थी। तब सेक्टर-९ चिकित्सालय प्रबंधन की ओर से बैठक में कोई उपस्थित नहीं हुए। इस मामले में नोटिस जारी किया है। डेंगू पीडि़तों के इलाज की पूरी जानकारी मांगी है।
इलाज के पैसे नहीं दिए मरीज को वापस लौटाया
२ सितंबर को बिना इलाज के मरीज को लौटा दिया था। इसकी युवराज वर्मा ने सीएचएमओ से बीएम शाह अस्पताल की शिकायत की थी। उनका कहना है वह अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने पैसे मांगे। तब वह चंदूलाल अस्पताल में चेकअप कराया।
डेंगू पीडि़त बच्चे को भर्ती करने के पैसे जमा कराए
डेंगू पीडि़त धर्मेन्द्र देवांगन २६वर्ष को २४ अगस्त को स्पर्श चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। तभी मरीज से २ हजार रुपए अस्पताल प्रबंधन ने जमा कराया। इसी शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया है। शासन के आदेश के बावजूद पैसे मांगने का कारण पूछा है। पीडि़त को राशि लौटाने के निर्देश दिए हैं।
रात में नहीं था कोई भी विशेषज्ञ डॉक्टर ड्यूटी पर
कलक्टर और नोडल अधिकारी चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में रात में मरीजों से मिलने पहुंचे थे। तब वहां विशेषज्ञ चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं मिले। इस संबंध में सीएचएमओ ने प्रबंधन से वरिष्ठ चिकित्सकों की ड्यूटी चार्ट मांगी है। वरिष्ठ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं।
आगे-शासन को भेजा जाएगा जवाब
अस्पताल प्रबंधन से जो भी जवाब आएगा। उसकी जानकारी शासन को भेजा जाएगा। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं ने सीएचएमओ को जानकारी मांगी है। वहीं मंत्री पांडेय ने कलक्टर को लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
आगे-शासन को भेजा जाएगा जवाब
अस्पताल प्रबंधन से जो भी जवाब आएगा। उसकी जानकारी शासन को भेजा जाएगा। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं ने सीएचएमओ को जानकारी मांगी है। वहीं मंत्री पांडेय ने कलक्टर को लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दो दिन के अंदर जवाब प्रस्तुत के करने के साथ जिला प्रशासन से समन्वयक बनाकर मरीजों का इलाज करने के निर्देश दिए हैं।
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