घर के बुजुर्ग नहीं तैयार
एसडब्ल्यूसी, चरोदा में परिवार नियोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बहुओं से परिवार नियोजन को लेकर चर्चा की। महिला चिकित्सकों ने उनको इससे होने वाले फायदे को गिनवाया। बच्चे के साथ-साथ मां का सेहत भी इससे बेहतर रहेगा। परिवार नियोजन के लिए जितने तरीके हैं, उसके संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान बहुओं ने बताया कि वे 1 या 2 बच्चे होने के बाद ऑपरेशन करवा लेना चाहते हैं। इसके लिए घर के बुजुर्ग सदस्य तैयार नहीं होते।
बुजुर्गों का यह है तर्क
बुजुर्गों का तर्क है कि अगर बेटे को लड़की-लड़की ही होती है, तब वंश बढ़ाने एक बेटे की चाहत होती है। ऐसी स्थिति में ही दो से अधिक बच्चे के लिए प्लानिंग करने पर घर मेंं चर्चा होती है। वहीं कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं होने की बात भी कही है। ऐसे घरों में दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन कर लिया जाता है।
मोर मितान मोर संगवारी का भी ले रहे सहारा
छत्तीसगढ़ में मितान की अहमियत होती है। परिवार नियोजन के लिए मितान के माध्यम से भी परिवार को सलाह दी जा रही है। जिससे परिवार नियोजन को बढ़ावा मिल सके। साल-बहु सम्मेलन में चरोदा, इंदिरा नगर, गनियारी, चरोदा बस्ती, महामाया पारा, दादर रोड से बहु और सास पहुंचे। इस कार्यक्रम के लिए शासन की ओर से 1000 रुपए चाय, नाश्ता के लिए उपलब्ध करवाया जाता है।
सास-बहु को एक मंच में लाने से यह होगा फायदा
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशीष शर्मा ने बताया कि सास-बहु सम्मेलन कराने का उद्देशय यह है कि अधिकांश बहु कहती है वह तैयार है, लेकिन परिवार में बड़े बुजुर्ग लोग मना कर रहे है। इसलिए सास और बहु को एक मंच पर लाया जा रहा है। छोटा परिवार सुखी परिवार के लाभ व बच्चों मे अतंर की विधि छाया, माला-एन व कापर टी निरोध के उपयोग से आसानी से अंतर ला सकते है। इसी तरह से प्रदेश में मितान का बड़ा महत्व है, उसका उद्देश्य है सखी, दोस्त और सलाहकार जो सभी अच्छे काम में मदद करें।
योग्य दंपत्तियों को दी जा रही सलाह
महिला सुपरवाइजर आर विश्वास, सीएचओ एस फिलिप्स व ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक वर्षा सुल्लेरे ने बताया कि परिवार नियोजन के दो साधन होते है। एक स्थाई और दूसरा अस्थायी जिसके माध्यम से परिवार सीमित रखने का मौका मिलता है। वर्तमान में जनसंख्या स्थरीकरण पखवाड़े के माध्यम से योग्य दंपत्तियों को सलाह दी जा रही है।
महिलाएं अधिक करवा रही नसबंदी
बीईईटीओ व स्वास्थ्य सुपरवाइजर सैयद असलम ने बताया कि पुरूष नसंबदी कराने वाले हितग्राहियों को सरकार 3000 रुपए व महिला नसंबदी कराने वाले को 1400 रुपए प्रोत्साहन राशि दे रही है। इनको प्रेरित करने वाले को 400 व 200 रूपए मिलेगा। इस वक्त पुरुष कम और महिलाएं अधिक नसबंदी करवा रहे हैं।