script#CG धरोहर 1: रहस्यों से भरा देवबलोदा का प्राचीन शिव मंदिर, पढि़ए आखिर क्यों अधूरा रह गया यह देवालय, Video | Dev baloda ancient Shiv temple, CG Dharohar | Patrika News

#CG धरोहर 1: रहस्यों से भरा देवबलोदा का प्राचीन शिव मंदिर, पढि़ए आखिर क्यों अधूरा रह गया यह देवालय, Video

locationभिलाईPublished: Feb 18, 2019 02:13:35 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

इस प्राचीन मंदिर से लोगों की आस्था ऐसी है कि कोई भी मनोकामना छह महीने में पूरी हो जाती है।

patrika

#CG धरोहर 1: रहस्यों से भरा देवबलोदा का प्राचीन शिव मंदिर, पढि़ए आखिर क्यों अधूरा रह गया यह देवालय, Video

भिलाई. दुर्ग जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर ग्राम देवबलोदा में भगवान शिव प्राचीन मंदिर है। जिसका नाम छहमासी मंदिर भी है। रहस्यों से भरे इस मंदिर से जुड़ी कई किवदंतियां हैं। एक कहानी ग्रामीणों ने सुनाई। बताया कि 7वीं शताब्दी में राजा विक्रमादित्य थे, जिन्होंने इस मंदिर का निर्माण कराया। कुछ कहते हैं कि इसका निर्माण 11वीं से 13 वीं शताब्दी के बीच में हुआ है।
पत्थरों से बना है प्राचीन मंदिर
प्राचीन शिव मंदिर पत्थरों से बना है। इन पत्थरों को चूना, गुड़ व अन्य सामग्री के मिश्रण से जोड़ा गया है। इसके हर पत्थर में मां दुर्गा, काली, गणेश व हाथी, घोड़े के अलावा अन्य पौराणिक कलाकृतियां देखने को मिलती हैं। मंदिर के पुजारी ने बताया कि पहले छह महीने सिर्फ एक व्यक्ति रात में यह मंदिर बनाता था। इस वजह से इसे छहमासी मंदिर कहा जाता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो