नाली में पत्थर रखकर भरते हैं पानी
डायरिया बैकुंठधाम में जिस इलाके से पैर पसारना शुरू किया। वहां सोमवार को जायजा लेने महापौर परिषद के सदस्य, जल कार्य प्रभारी केशव चौबे पहुंचे। उनके साथ बृजेश श्रीवास्तव सहायक यंत्री जल विभाग, अरविंद शर्मा सहायक यंत्री, बसंत साहू उपयंत्री मौजूद थे। यहां नालियों में पेयजल की पाइप बिछी हुई है, इसमें लोग पत्थर रखकर पानी भरते नजर आए। लोगों ने बताया कि पानी के लिए यही उनके सामने विकल्प है। इसके अलावा अमृत मिशन के तहत जो पाइप बिछाए गए हैं, उससे पानी आता है, लेकिन फोर्स नहीं होता।
साफ पानी मिलेगा लोगों को
एमआईसी सदस्य केशव चौबे ने बताया कि नालियों में बर्तन रखकर लोग पानी भर रहे हैं। उनको भरोसा दिलाय गया है कि साफ पानी उनको जल्द मिलेगा। इसके लिए निगम के अधिकारियों से चर्चा किया जा रहा है। व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा।
यहां नहीं रखा जाए पानी टंकी
नगर पालिक निगम ने वृंदा नगर में मंदिर के ठीक बाजू में पानी टंकी सोमवार को लाकर रखा। पानी टेंकर से इसमें पानी लाकर भरा जाना है। इसके पहले ही स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां से पानी की टंकी को हटा दिया जाए। असमाजिक तत्व आकर टोटी तोड़ देंगे। इसके बाद यह टंकी भी सुरक्षित नहीं रह पाएगा। महिलाओं ने भी आकर यह बात एमआईसी सदस्य को बताया। लोगों का कहना था कि किसी शासकीय भवन की छत पर पानी टंकी रखकर, नीचे नल कनेक्शन दे दिया जाए। यह ज्यादा बेहतर रहेगा।
22 साल पहले वाली व्यवस्था दोहरा रहा निगम
22 साल पहले जब नगर पालिक निगम, भिलाई का गठन नहीं हुआ था। तब विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) कार्यकाल में स्टेंड पोस्ट और बड़ी-बड़ी पानी टंकी लगाकर पेयजल की आपूर्ति की जाती थी। अब पुन: लोगों तक साफ पानी पहुंचाने के लिए वही तरीका अपनाते हुए नगर पालिक निगम के अफसर नजर आ रहे हैं। पेयजल को लेकर तीन-तीन योजनाओं के बाद बदला क्या है। निगम क्षेत्र में चाहे खुर्सीपार, सुपेला या कैंप सभी जगह पानी को लेकर लोग परेशान ही हैं।
आज भी मिले 17 मरीज
डायरिया के सोमवार को भी 17 नए मरीज मिले हैं। जिसमें से 11 शासकीय अस्पतालों में और 6 निजी अस्पतालों में दाखिल किए गए हैं। इसके अलावा कुछ मरीजों अस्पतालों से दवा लेकर घर लौट गए। अब तक सैकड़ों मरीज डायरिया की चपेट में आ चुके हैं।
सालभर में पहली बार कर रहे नाली की सफाई
निगम की टीम नालियों की सफाई करने पहुंची। तब वहां के लोगों ने बताया कि सालभर में पहली बार नालियों की सफाई करने टीम यहां पहुंची है। यही वजह है कि इतना मटीरियल नाली से निकल रहा है। क्षेत्र में जिस स्थान पर पानी की समस्या देखने पहुंचे, लोगों ने उसके साथ-साथ सफाई नहीं होने की शिकायत की।
निगम दफ्तर के सामने सफाई का हाल
नगर पालिक निगम, भिलाई के जोन-3 की पानी टंकी के सामने बड़ी नाली की सफाई लंबे समय से नहीं हुई है। निगम जिस सफाई के नाम पर हर साल 36 करोड़ रुपए पानी की तरह बहा रहे हैं। उसकी हकीकत मोहल्ले तक पहुंचने पर देखने को मिल रही है।
दो दिन में 32 से अधिक लिकेज सुधारे
नगर निगम की टीम ने दो दिनों में 32 से अधिक लिकेज को सुधार दिया है। इसके बाद भी सड़कों व मोहल्लों में ढेरों लिकेज देखने को मिल रहे हैं।
3 बजे जाएगी जांच टीम प्रभावित क्षेत्र में
डायरिया प्रभावित क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर 3 बजे महापौर परिषद के 9 सदस्यों की टीम जाएगी। जिसमें एमआईसी सदस्य जल कार्य विभाग प्रभारी, केशव चौबे, खाद्य, लोक स्वास्थ्य व स्वच्छता विभाग प्रभारी लक्ष्मीपति राजू, सामान्य प्रशासन व विधायी कार्य संदीप निरंकारी, अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, अधीक्षण अभियंता, दीपक कुमार जोशी, अधीक्षण अभियंता बीके देवांगन, कार्यपालन अभियंता, जल कार्य विभाग, संजय शर्मा, उपायुक्त रमाकांत साहू, स्वच्छता प्रभारी धर्मेंद्र मिश्रा शामिल है।