सीएसवीयूटी के यूटीडी की ओर से सत्र 2021-22 से बीटेक आनर्स प्रोग्राम में आर्टिफिशल इंटेलिजंस व डाटा साइंस इंजीनियरिंग के साथ ही प्रदेश का पहला त्रिवर्षीय रोजगारोन्मुखी डिप्लोमा पाठ्यक्रम इंडस्ट्रियल एंड फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग की शुरुआत कर रही है। इसके साथ ही माइनिंग में भी डिप्लोमा इंजीनियरिंग की शुरुआत भी इस वर्ष से हो रही है। विवि से मिली जानकारी के अनुसार बीटेक ऑनर्स का कोर्स करने वाले छत्तीसगढ़ के युवाओं को अपने ही राज्य में प्लेसमेंट उपलब्ध कराने विवि ने अमेरिका की कंपनी के साथ एमओयू करने सहमति दी है। इस कंपनी का एक ऑफिस विवि में होगा, जो युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें छत्तीसगढ़ में ही काम उपलब्ध कराएगा।
विवि में 6 विषय में एमटेक के भी कोर्स शुरू हो रहे हैं। जिसमें स्ट्रक्रल, बायोमेडिकल, एनर्जी एंड इनवायरमेंट, वीएलएसआई, एम प्लान के साथ ही वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग मे एम टेक पाठ्यक्रम संचालित होंगे। इंजीनियरिंग और डिप्लोमा मे प्रवेश के लिए इस वर्ष सीजीपीईटी व सीजीपीपीटी मे शामिल हुए अभ्यर्थियों एवं एम टेक में प्रवेश के लिए गेट स्कोरकार्ड के आधार पर अभ्यर्थियों को संचालनालय तकनीकी शिक्षा (डीटीई) के वेबसाइट में जाकर अपना पंजीयन कराकर, तक डीवीसी (दस्तावेज परीक्षण) कराना होगा।
सीएसवीटीयू के यूटीडी की ओर से बीटेक ऑनर्स, डिप्लोमा और एमटेक की क्लास के लिए सेल्फ फाइनेस मोड पर विवि देश-विदेश के सबजेक्ट एक्सपर्ट को बुलाएगा। जो अलग-अलग विषय और टॉपिक को पढ़ाएंगे। एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होते ही सारी कक्षाएं शुरू हो जाएगी। छात्रों की सुविधा के लिए सीएसवीटयू ने प्रथम वर्ष से ही प्रवेश ले रहे विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल और बस सुविधा दी है।
छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विवि, भिलाई के वाइस चांसलर, डॉ. एमके वर्मा ने बताया कि विवि की ओर से शुरू किए गए डिप्लोमा और बीटेक आनर्स प्रोग्राम पूर्णत: रोजगारोन्मुखी है। इस कोर्स की डिजाइनिंग इंडस्ट्रीयल डिमांड, भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रख की गई है। खासकर फायर सेफ्टी के डिप्लोमा कोर्स युवाओं के लिए काफी फायदेमंद होंगे।