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भिलाई, रिसाली निगम के परिसीमन में बड़ी गड़बड़ी, शिकायत पर संभागायुक्त ने कलेक्टर से मांगी जांच रिपोर्ट

locationभिलाईPublished: Jul 12, 2020 11:59:23 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

भिलाई नगर निगम के प्रस्तावित परिसीमन में अनियमितता को लेकर की गई शिकायत को संभागायुक्त ने बहुत गंभीरता से लिया है। (Bhilai nagar nigam)

भिलाई, रिसाली निगम के परिसीमन में बड़ी गड़बड़ी, शिकायत पर संभागायुक्त ने कलेक्टर से मांगी जांच रिपोर्ट

भिलाई, रिसाली निगम के परिसीमन में बड़ी गड़बड़ी, शिकायत पर संभागायुक्त ने कलेक्टर से मांगी जांच रिपोर्ट

भिलाई. भिलाई नगर निगम के प्रस्तावित परिसीमन में अनियमितता को लेकर की गई शिकायत को संभागायुक्त ने बहुत गंभीरता से लिया है। उन्होंने कलेक्टर को इस संबंध में भिलाई के कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायत की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। आगामी नगर निगम चुनाव में वार्डों का आरक्षण मनमाफिक हो सके इसके लिए भिलाई और नवगठित रिसाली नगर निगम के वार्डों के परिसीमन में नगर पालिक निगम अधिनियम की तो धज्जियां उड़ाई ही जा रही है, जिम्मेदार उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने से भी नहीं हिचक रहे हैं। शासन को भेजने के लिए प्रावधानों को दरकिनार कर मनमानी परिसीमन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। परिसीमन में गड़बड़ी को लेकर पत्रिका ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की है।
जनसंख्या के आंकड़ों में किया फेरबदल
अधिकारियों ने जनसंख्या के आंकड़े तक में फेरबदल कर दिया है ताकि अपने हिसाब से वार्डों का विभाजन व आरक्षित कर सके। बीएसपी आधिपत्य टाउनशिप के वार्डों के विलय में भौगोलिक क्रम का भी ध्यान नहीं रखा गया है। वार्ड 1 और 2 के आकंड़ों से इस तरह की गड़बड़ी को समझा जा सकता है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक वार्ड 1 में कुल आबादी 7329 है। यहां अनुसूचित जाति 1829 और अनुसूचित जनजाति की आबादी 242 है। जबकि परिसीमन के लिए भेजे गए प्रस्ताव में कुल आबादी 7312 दर्शाया है। इसी तरह अनुसूचित जाति की संख्या 1142 और अनुसूचित जनजाति की 172 उल्लेख किया गया है। इसी तरह जनगणना आंकड़े के अनुसार वार्ड 2 का वास्तविक आबादी 7329, अनुसूचित जाति 333 और अनुसूचित जनजाति 70 है। इसे क्रमश: 7319, 1139 और 176 दर्शाया है। ऐसा इसलिए ताकि एससी, एसटी की संख्या बढ़ाकर इस वार्ड को आरक्षित वर्ग की श्रेणी में ला सके।
बैकुंठधाम-मदर टेरेसा नगर (वार्ड 29) और सुन्दर नगर (वार्ड 30) के लिए दावा आपत्ति मंगाई थी। इस पर दोनों वार्ड की जनता संतुष्ट होते हुए किसी प्रकार की आपत्ति नहीं जताई। लेकिन बाद में परिसीमन का जो प्रस्ताव अंतिम रूप से तैयार किया गया है उसमें दोनों वार्डों के नाम, भौगोलिक स्थिति और जनसंख्या के आंकड़ों में आमूलचूल परिवर्तन कर दिया गया। परिसीमन का जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उसमें वार्ड-31 मदर टेरेसा नगर पृथक वार्ड हो गया है। इसके बदले सुंदर नगर को जोड़कर वार्ड 32 बैकुंठधाम सुन्दर नगर बना दिया गया।
जनसंख्या के अंतर को बराबर करने के बजाए और बढ़ा दिया
पहले बैकुंठधाम-मदर टेरेसा नगर (वार्ड 29) की कुल जनसंख्या-8350, एससी 1620 और एसटी 152 थी। अब इसे बैकुंठ धाम-सुन्दर नगर (वार्ड 32) बनाते हुए कुल जनसंख्या 9309 और अनुसूचित जाति 1970 बताई गई है। इसी तरह सुन्दर नगर (वार्ड 30) कुल जनसंख्या 7524 , एससी 1460 और एसटी 137 थी। अब इसका नाम मदर टेरेसा नगर (वार्ड 31) कुल जनसंख्या 7476 और अनुसूचित जाति 1002 हो गई है। इसी तरह परिसीमन में बदलाव से बिना किसी आधार के वार्ड 32 बैकुंठ धाम-सुन्दर नगर मे फर्जी तरीके से 1785 मतदाता बढ़ गए। इसमें अनुसूचित जाति की पूर्व में दर्ज संख्या 1460 के आंकड़़े बढ़ाकर 1970 कर दिया गया।

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