इस मौके पर पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी ने कहा कि पंडित नेहरू ने बेरोजगारों को काम देने के लिए उद्योगों की स्थापना पर जोर दिया था। वे शांति के पुजारी थे। विधायक व मेयर देवेंद्र यादव ने कहा कि पं नेहरू ने औद्योगिक शांति के चिंतन से ही सोवियत संघ के सहयोग से भिलाई में एशिया का सबसे बड़ा इस्पात कारखाना का निर्माण हुआ।
उन्होंने कहा कि शक्ति सदन हनुमान मंदिर प्रांगण में डोम रूफ निर्माण के लिए 14 लाख रुपए स्वीकृत हो चुके हैं, जिसका निर्माण काम जल्द शुरू किया जाएगा।
मुख्य अतिथि प्रदीप चौबे ने देश हितों में आर्थिक व सामाजिक विकास में तेजी लाने के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि नेहरू और सरदार पटेल में कोई मतभेद नहीं था। वे दोनों ही महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी रहे हैं। आज भी दुनियां के सभी देशों में भारत को गांधी-नेहरू के नाम से ही जाना जाता है। कार्यक्रम के अंत में आभार समिति के महासचिव पीआर वर्मा ने जताया। इस मौके पर मोहन गुप्ता, डी पी राय, पवन द्विवेदी, पी सी शर्मा, पुनाराम जायसवाल मौजूद थे।