सिफारिश के साथ आवेदन
कोई खुद को राजनीतिक दल या उसकी विचारधारा से जुड़ा बता रहा है तो कोई नेता का करीबी बताकर अपने को चुनाव से दूर रखने की मांग कर रहा है। यहां तक कि नेताओं और बड़े अफसरों की सिफारिश के साथ आवेदन प्रस्तुत किए जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी तय की कर दी गई है।
निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अफसरों के मुताबिक तीन दिन पहले तक ड्यूटी से अलग करने से संबंधित 836 आवेदन पहुंच चुके थे। इनमें स्वास्थ्य संबंधी आवेदन ज्यादा हैं, लेकिन कई कर्मचारी नेताओं के एप्रोच और खुद को दलों के अनुषांगिक संगठनों से संबद्ध बताकर नाम काटने जोर लगा रहे हैं। ऐसे में जो कर्मचारी स्वास्थ्य या अन्य वास्तविक कारणों से चुनाव ड्यूटी करने में सक्षम नही हैं उनके आवेदन उलझ गए हैं।
836 से ज्यादा आवेदन
जिले में इस बार 1442 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां मतदान कराने वाले 7210 के साथ करीब 15 हजार लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें से 836 से अधिक ने ड्यूटी से अलग करने आवेदन जमा कराया है। अभी भी आवेदन जमा कराया जा रहा है। इनमें शिक्षकों की तरफ से बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं।
एडीएम संजय अग्रवाल ने बताया कि सामान्य तौर पर ऐसे आवेदन या एप्रोच आते रहते हैं, लेकिन बिना उचित कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं रखा जा सकता। वैसे भी जिले में जरूरत के हिसाब से अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या कम है। ऐसे में बिना ठोस कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं किया जाएगा।