राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत कांग्रेस से की। बाद में पार्टी छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गए और २००० में चरोदा पालिका के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। टिकट वितरण में उपेक्षा से नाराज होकर न सिर्फ पार्टी छोड़ दी बल्कि वर्ष 2000 में नगर पालिका परिषद भिलाई-3 चरोदा के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरकर जीत भी दर्ज की।
बघेल वर्ष 2005 तक नगर पालिका परिषद भिलाई -3 चरोदा के अध्यक्ष रहे। बघेल वर्ष 2003 व वर्ष 2013 में दो विधानसभा चुनाव में पराजित भी हो चुके हैं। वहीं वर्ष 2008 में भाजपा के प्रत्याशी के रूप में पाटन विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पराजित भी कर चुके हैं। वर्ष 2008 में जीत के बाद बघेल रमन सरकार में गृह जेल व सहकारिता विभाग के संसदीय सचिव रहे।
विजय बघेल राजनीति के साथ सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय हैं। उनका कुर्मि समाज के विस्तार व उत्थान में विशेष योगदान रहा है। वे वर्तमान में सर्व कुर्मि क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इससे पहले वे मनवा कुर्मि क्षत्रिय समाज के केंद्रीय युवा अध्यक्ष और सर्व कुर्मि क्षत्रिय समाज के प्रदेश महामंत्री का पद भी संभाल चुके हैं।
बघेल ने कबड्डी की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है। वर्ष 1980 में उन्होंने प्रदेश की टीम को रजत पदक व वर्ष 1983 में स्वर्ण पदक दिलाने में भागीदारी निभाई। वर्तमान में भी कई खेल संगठनों से जुड़े हैं। बघेल ने कबड्डी की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है। वर्ष 1980 में उन्होंने प्रदेश की टीम को रजत पदक व वर्ष 1983 में स्वर्ण पदक दिलाने में भागीदारी निभाई। वर्तमान में भी कई खेल संगठनों से जुड़े हैं।
0 वर्ष 1993 से कांग्रेस में राजनीतिक जीवन की शुरुआत।
0 वर्ष 2000 में टिकट नहीं मिलने से कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय नगर पालिका परिषद भिलाई-3 चरोदा के अध्यक्ष का चुनाव लड़े।
0 वर्ष 2000 से 2005 तक नगर पालिका भिलाई-3 चरोदा के अध्यक्ष
0 वर्ष 2003 में पाटन विधान सभा सीट पर एनसीपी से चुनाव लड़े और पराजित हो गए।
0 वर्ष 2008 में भाजपा से पाटन विधान सभा सीट पर चुनाव लड़े और जीतकर संसदीय सचिव बने।
0 वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव में पराजित हो गए।
0 मनवा कुर्मि क्षत्रिय समाज के केंद्रीय युवा अध्यक्ष रहे।
0 सर्व कुर्मि क्षत्रिय समाज छत्तीसगढ़ के महामंत्री रहे।
0 वर्तमान में सर्व कुॢम क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष