भिलाई नगर, वैशली नगर और खैरागढ़ को छोड़ बाकी १७ सीटों पर शुरुआत से ही कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी।खैरागढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के देवव्रत सिंह आगे चल रहे थे, लेकिन बीच में भाजपा के कोमल जंघेल से पिछड़ गए। अंतिम दौर में उनको जीत मिली। यहां कांग्रेस के गिरवर जंघेल तीसरे नंबर पर चले गए। भिलाईनगर में पहले राउंड की गिनती में पांडेय आगे थे, लेकिन इसके बाद हर चक्र में कांग्रेस के देवेंद्र यादव और पांडेय के बीच संघर्षपूर्ण मुकाबला होता रहा।
आखिर में देवेंद्र ने जीत दर्ज की। इस बार कांग्रेस ने १० नए चेहरों को मौका दिया था और सभी विजयी हुए। वहीं भाजपा ने 5 नए प्रत्याशी उतारे और सभी हार गए। पांच वर्तमान विधायकों को भी पराजय का सामना करना पड़ा है। ना केवल शहरी सीटों बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनता ने भाजपा को नकार दिया। यहां भाजपा के विकास पर कांग्रेस के परिवर्तन का नारा भारी पड़ा।
2013 में यह भाजपा के पास चार और कांग्रेस दो सीटें थीं। कांग्रेस ने भिलाई नगर, दुर्ग ग्रामीण और अहिवारा की सीट भाजपा से छीन ली है। एक मात्र वैशाली नगर से विद्यारतन भसीन की दोबारा जीत हुई है। कद्दावर मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय और कांग्रेस से बीडी कुरैशी चुनाव हार गए हैं। देवेंद्र यादव और गुरु रुद्र कुमार युवा विधायक
एक बार फिर जिले की जनता ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है। विधायक भैयाराम सिन्हा की पत्नी संगीता सिन्हा और गुंडरदेही से कुवंर सिंह निषाद नये चेहरे हैं। डौंडीलोहारा से अनिला भेडिय़ा दूसरी बार चुनाव जीती हैं। दीपक साहू और पूर्व विधायक लाल महेन्द्र सिंह हार गए हैं।
कांग्रेस ने यहां की तीनों सीटे भाजपा से अपने नाम कर ली है। रविंद्र चौबे ने अपनी परंपरागत सीट साजा हथिया ली है। उन्होंने लाभचंद बाफना को हराया। नवागढ़ में मंत्री दयालदास बघेल नए चेहरे गुरु दयाल बंजारे से पराजित हो गए। बेमेतरा में कांगे्रस के आशीष छावड़ा ने विधायक अवधेश चंदेल को हराया।
इस बार भी भाजपा एक ही सीट जीत सकी है। राजनांदगांव से स्वयं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को कड़ी टक्कर मिली। वह १६९३३ वोटों से ही अपनी सीट बचा पाए। खैरागढ़ से त्रिकोणीय मुकाबले में पूर्व विधायक कोमल जंघेल जोगी कांग्रेसके देवव्रत से हार गए।
२०१३ में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले की दोनों सीटें कवर्धा और पंडरिया भाजपा के पास थी। अब कांग्र्रेस के खाते में चली गई है। पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर अशोक साहू को हराकर चौथी बार विधायक चुन लिए गए हैं। वहीं पंडरिया में ममता चंद्रकर ने संसदीय सचिव मोतीराम चंद्रवंशी को पराजित कर दिया है।